विद्युत मजदूर पंचायत संघठन के प्रदेश मंत्री ने सीएम से विभागीय संविदा कर्मियों के हुए लगभग हजारों करोड़ EPF घोटाले की CBI जाँच की माँग

जौनपुर। विद्युत मजदूर पंचायत उ0प्र0 संगठन के प्रदेश मंत्री संजय यादव ने ऊर्जा मंत्री जी को पत्र सौंपकर ऊर्जा मंत्री जी द्वारा बिजलीकर्मियों के बड़े पैमाने पर हुए फंड घोटाले की CBI जाँच की सिफारिश का स्वागत किया व उनका व माननीय मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट किया साथही यह अवगत कराते हुए मांग किया कि पिछले 10 वर्षों से पावर कारपोरेशन में विधुत उपकेंद्रों पर लाइन अनुरक्षण व उपकेंद्र परिचालन हेतु बाह्य एजेंसी के माध्यम से लगाये गए संविदा कर्मियों तथा विभगीय कार्यालयों में लगाये गए कम्प्यूटर ऑपरेटरों के वेतन से ठेकेदारों द्वारा EPF कटौती तो की गई परन्तु न तो ठेकेदारों द्वारा संविदा कर्मियों को EPF स्लिप दिया गया और न ही उनके EPF खाते में पैसे डाले गए जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि संविदा कर्मियों के वेतन से EPF के नाम पर काटे गए लगभग हजारो करोङ रुपये विभाग के उच्च अधिकारी व ठेकेदार बंदर बांट कर डकार गए इसकी भी CBI जांच कराई जाय।
संजय यादव ने प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया कि संगठन के महामंत्री गिरिश कुमार पांडेय जी द्वारा पूर्व में भी कई बार इस सम्बंध में पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक महोदय को पत्राचार किया गया गया लेकिन भ्रटाचार के आकंठ में डूबे भ्रस्ट प्रबंधन द्वारा दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई केवल संगठन को झूठा आश्वासन दिया गया कि इसकी जांच कराई जाएगी। लेकिन ऊर्जा मंत्री द्वारा जब रेगुलर कर्मचारियों के हुए फंड घोटाले पर तत्काल कार्यवाही करते हुए कुछ दोषियों जेल भेजा गया व इस घोटाले की CBI जांच की सिफारिश की गयी तब से इन बिजली के संविदा कर्मियों को भी आस जगी है की माननीय ऊर्जा मंत्री जी व माननीय मुख्यमंत्री श्रधेय आदित्यनाथ योगी जी द्वारा जल्द ही इन्हें भी न्याय मिलेगा, इनकी EPF कटौती का पैसा इन्हें दिलाया जाएगा व इनके EPF घोटाले में शामिल ठेकेदार व भ्रस्ट अधिकारी जेल की सलाखों के भीतर होंगे।