ग्रामीणों ने प्रेमी जोड़े को पकड़कर परिणय सूत्र में बंधवा दिया

सोनभद्र, । रायपुर थाना क्षेत्र के आमडीह गांव की रहने वाली एक युवती को राबर्ट्सगंज क्षेत्र के बिरधी गांव निवासी एक युवक से करीब तीन साल पहले नैनाचार हुआ। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती बढ़ती गई। समय बीतने के साथ दोनों के बीच प्यार और बढ़ने लगा। दोनों अलग-अलग गांव के थे इसलिए दिल में तो प्यार था लेकिर उसे जगजाहिर नहीं होने देते थे। प्रेमी को जब भी प्रेमिका से मिलना होता था तो वह गांव के बाहर ही कभी-कभार मिल लिया करता था। सोमवार की रात में दोनों मिल रहे थे उसी समय ग्रामीणों ने पकड़ लिया और दोनों को परिणय सूत्र में बंधवा दिया।
लोगाें ने की पहल
हालांकि सामाजिक दबाव के बीच ग्रामीणों ने युवक और युवती को भी बोला कि 'बहुत हुआ चोरों की तरह मिलना, अब चलाे चुपचाप शादी करो'। इसके बाद परिजनों को सूचना देकर सामाजिक रीति रिवाज और परंपराओं के मुताबिक दोनों की शादी करा दी गई। क्षेत्र में इस तरह ग्रामीणों के प्रयास से दो प्रेमी जोडे आखिरकार सात जन्मों के जन्म जन्मांतर के बंधन में बंध गए और परिवार की प्रतिष्ठा भी बरकरार रही। क्षेत्र में मंगलवार को इस शादी की दिन भर चर्चा होती रही।
इस तरह प्रेम को मिली मंजिल
युवक ने अपनी प्रेमिका को फोन से गांव के बाहर मिलने के लिए बुलाया था। दोनों गांव के बाहर किसी सुनसान जगह पर काफी समय से मिलते रहे थे। इसी बीच सोमवार की रात दोनों को गांव के लोगों ने देख लिया और युवती के पिता को सूचना दे दी। मौके पर पहुंचे तो युवक को पकड़ लिया गया, इसी बीच युवती ने अपने पिता अौर गांव के लोगों से अनुरोध किया कि वह युवक से प्रेम करती है। फिर क्या, दोनों के परिवार वाले बुलाए गए। रजामंदी हुई और मंगलवार को गांव के ही धार्मिक स्थान पर शादी करा दी गई। ग्राम प्रधान के साथ ग्रामीणों ने युवती को दुल्हन के रूप में विदा किया।