अब थाना पुलिस भी काटेगी मोबाइल से ई-चालान

नोएडा
जिले की सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले पुलिस से बच नहीं पाएंगे। नियम तोड़ने वाले वाहनों को मोबाइल कैमरों में कैद कर चालान काटने का काम ट्रैफिक पुलिस ही कर रही थी, लेकिन अब थानों की पुलिस भी इस काम को करेगी। थाना पुलिस और नोएडा पेट्रोलिंग यूनिट (एनपीयू) के करीब 160 सब इंस्पेक्टरों को ई-चालान काटने का अधिकार दिया गया है।
गौतमबुद्ध नगर में ई-चालान का फॉर्मूला हिट साबित साबित होने के बाद पूरे प्रदेश में इसे लागू किया गया है। यमुना एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के अलावा शहर में पांच चौराहों पर लगे कैमरों से फिलहाल वाहनों पर निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा मोबाइल एप के जरिये भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी ई-चालान काट रहे हैं। ई-चालान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए अब थाना स्तर पर सब इंस्पेक्टरों को मोबाइल से फोटो युक्त चालान काटने का अधिकार दिया गया है। थानों में तैनात 110 सब इंस्पेक्टरों के अलावा एसएसपी की ओर से गठित एनपीयू के 50 सब इंस्पेक्टरों को ई-चालान से जोड़ा गया है। जिला पुलिस के आठ सर्किल के क्षेत्राधिकारियों (सीओ) को सब एडमिन बनाया गया है। थाना स्तर पर काटे गए चालान का ऑनलाइन भुगतान होने पर राशि सीधे राजकोष में जमा होगी, जबकि नकद जुर्माना सीओ कार्यालय में जमा होगा।
'पर्ची सिस्टम' पर विराम
चालान काटने का भय दिखाकर अवैध वसूली करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर शिकंजा कसने के लिए पर्ची चालान पर रोक पहले ही लग चुकी है। ट्रैफिक पुलिस शत-प्रतिशत ई-चालान काट रही है। थाना पुलिस के पास पर्ची चालान का विकल्प था, लेकिन अब उन्हें भी ई-चालान काटने होंगे।
अब सिफारिश नहीं आती काम
मोबाइल एप से चालान काटने में बेहद कम समय लगता है। पर्ची चालान के दौरान शिकायतें भी आती हैं, जबकि मोबाइल चालान से व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। पहले वाहन को रोकते ही चालक सिफारिश और ऊंची पहुंच का हवाला देते थे। अब नियम तोड़ने वालों को बिना रोके टोके ही उसका मोबाइल से फोटो खींचकर ऑनलाइन चालान निर्धारित पते पर भेजा रहा है।
तीन साल में 76 फीसदी बढ़े नियम तोड़ने वाले
ई-चालान प्रणाली लागू होने के बाद ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली बदली है या फिर नियम तोड़ने वालों के हौसले बुलंद हो गए हैं। यह बड़ा सवाल बना हुआ है, लेकिन 2017 की तुलना में 2019 में नियम तोड़ने वालों का ग्राफ 76 फीसदी तक बढ़ गया है। जबकि 2018 की तुलना में यह बढ़ोतरी 67 प्रतिशत दर्ज की गई है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी आंकड़े इसके संकेत दे रहे हैं।
ऐसे बढ़ा चालान का ग्राफ
वर्ष चालान
2017 1,42,946
2018 4,45,605
2019 6,11,090
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अब तक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ही मोबाइल से ई-चालान काट रहे थे। अब एनपीयू और थाना पुलिस के सब इंस्पेक्टरों को भी ई-चालान से जोड़ दिया गया है। इससे प्रवर्तन की कार्रवाई प्रभावी होगी।
- अनिल कुमार झा, एसपी ट्रैफिक