एसडीएम नंदलाल ने बाईपास की 6 किलोमीटर लंबी 60 मीटर चौड़ी जमीन को अवैध कब्जाधारियों से कराया मुक्त।

एटा
इस महाअभियान के तहत एटा शहर के उप जिलाधिकारी नंदलाल सिंह और सीओ सिटी देवानंद के नेतृत्व में 8 थानों के 150 से अधिक पुलिस फ़ोर्स,8 इंस्पेक्टर्स और महिला फ़ोर्स की मौजूदगी में 6 जेसीबी और एक ग्रेडर से चलाया गया ऑपरेशन बाईपास एवं इस दौरान तीन मकान भी ध्वस्त किये गए। अवैध कब्जा न हटने की वजह से बहुत अरसे से बाईपास का निर्माणकार्य रुका हुआ चल रहा था।
एक सप्ताह के अंदर नेशनल हाइवे 91 का कुछ ट्रैफिक बाईपास पर डाइवर्ट कर दिया जाएगा जिससे एटा शहर को जाम के झाम से मुक्ति मिलेगी
इस पूरे ऑपरेशन में देखने वाली बात तो ये है कि इतने बड़े आपरेशन को इतनी गोपनीयता के साथ अंजाम दिया गया कि किसी को कानो कान तक भनक नही लगने दी। इस आपरेशन के दौरान उप जिला अधिकारी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों ने किसी अनावश्यक दवाब से बचने के लिए अपने अपने मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ कर लिए थे।आज की उप जिलाधिकारी नंदलाल सिंह की साहसिक कार्यवाही से एटा के पूर्व उप जिलाधिकारी आई ए एस महेंद्र सिंह तंवर की याद ताजा हो गयी जिन्होंने बड़ा रिस्क लेते हुए एटा की कचहरी पर बनी 30 अवैध दुकानों को बुलडोजर लगाकर तुड़वा दिया था,जिसमे कई बड़े नेताओं के छुटभइयो की नींद हराम सी हों गयीं थी।
रिपोर्ट:अनुज प्रताप सिंह