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उत्तर प्रदेश

हरसोस गांव के पुलिस उत्पीड़ितों से मिला समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल

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वाराणसी : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी के निर्देश पर पार्टी के जिला एवं महानगर संगठन का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल हरसोस गांव में पुलिस उत्पीड़न की कार्यवाही के पीड़ितों से मिला। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पूर्व मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह पटेल एवं पूर्व सांसद श्री रामकिसुन यादव जी ने किया। प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष डॉक्टर पीयूष यादव, महानगर अध्यक्ष श्री राजकुमार जायसवाल, जिला महासचिव डॉ रमेश राजभर, पूर्व विधायक महेंद्र पटेल, डॉ उमाशंकर यादव, प्रदीप जायसवाल, राधाकृष्ण संजय यादव, जिया लाल राजभर, हीरु यादव, पूजा यादव, शीतला यादव पप्पू, कन्हैया राजभर, राम सिंह यादव, योगीराज पटेल, रामचंद्र यादव, संतोष यादव बबलू, आनंद मोहन यादव गुड्डू, सुजीत यादव लक्कड़ पहलवान, विवेक यादव, सत्यनारायण यादव की प्रमुख उपस्थिति थी।

प्रतिनिधिमंडल हरसोस गांव के राजभर बस्ती एवं अनुसूचित जाति के बस्ती का दौरा किया जहां पुलिस के उत्पीड़न की कार्रवाई हुई थी। पुलिस के डर से गांव के अधिकांश पुरुष एवं युवा गायब थे। पूछने पर ज्ञात हुआ कि लगभग 50 लोगों को पुलिस ने जेल भी भेज दिया है। गांव के लोगों ने बताया कि पुलिस ने बहुत ही बर्बर तरीके से घरों में घुसकर ना सिर्फ पुरुषों एवं बच्चों को पीटा वरन महिलाओं एवं नाबालिग बच्चियों तक को नहीं बख्शा। उनके शरीर पर लगी चोटें पुलिस के दमनकारी रवैया की कहानी स्वयं बयां कर रही थी। महिलाओं ने बताया कि बगैर महिला पुलिस को साथ लिए उनके साथ मारपीट की गई एवं उनके कपड़ों को खींचकर उन्हें अर्धनग्न कर दिया गया तथा यौन उत्पीड़न की भी कोशिश की गई।

पूर्व मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि यह घटना पूरी तरह से पुलिस प्रशासन की विफलता की कहानी बयां कर रही है। जौनपुर जिले की पुलिस वाराणसी जनपद के एक गांव में सिविल ड्रेस में घुसती है, जिसकी सूचना लोकल पुलिस को नहीं देती है। गांव से दो युवकों को उठाने पर ग्रामीणों के बीच बच्चा चोर या किडनी चोर की अफवाह फैल गई, परिणाम स्वरूप ग्रामीणों ने पुलिस दल को पकड़ लिया। अपने आप को ग्रामीणों से घिरा देख जौनपुर पुलिस ने लोकल पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दिया जिसके बाद लोकल पुलिस पहुंचकर ग्राम वासियों के ऊपर नग्न तांडव किया। यह पूरी घटना पुलिस की कार्यशैली एवं उसकी घोर लापरवाही को उजागर करती है, जिसका दोश सीधे-सीधे गांव के लोगों पर थोप दिया गया और उल्टे ही उनके खिलाफ दमनात्मक कार्रवाही कर जेल भी भेजा जा रहा है।

पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि कि वाराणसी जनपद में लगातार हो रहे लूट, अपहरण, हत्या, बलात्कार को तो पुलिस रोक नहीं पा रही है उल्टे ग्रामीणों के साथ उत्पीड़न की कार्रवाई कर रही है। वाराणसी की पुलिस यदि इतना जोर अपराधियों के ऊपर लगाती तो वाराणसी जनपद में बढ़ रहे अपराध पर लगाम लगता।

डॉ पीयूष यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी आम जनता के साथ है और उनके ऊपर किसी भी तरह के पुलिस उत्पीड़न की कार्रवाई का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा एवं सड़कों पर उतर कर ऐसी घटनाओं एवं पुलिस प्रशासन की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई का विरोध किया जाएगा।

राजकुमार जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में जंगल राज कायम हो गया है, अब तो यह बात सुप्रीम कोर्ट भी कह रही है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

प्रतिनिधिमंडल पूरी घटना का विवरण समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री अखिलेश यादव जी को अवगत कराएगी एवं जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलकर अभिलंब निर्दोष व्यक्तियों को छोड़ने तथा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु ज्ञापन देगी।

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