उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा का काफिला रोक दिखाए काले झंडे

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर जा रहे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के काफिले के आगे छात्र नेता आ गए। उन्होंने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस के पहुंचने से पहले सभी भाग गए।
इस मामले में पुलिस ने आठ नामजद और अज्ञात महिला-पुरुष मीडियाकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। देर रात एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष गौरव शर्मा को हिरासत में ले लिया गया।
एनएसयूआई और सपा छात्र सभा के नेता विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। गुरुवार रात को खंदारी कैंपस की दीवार पर राज्यपाल वापस जाओ लिख दिया गया था। पुलिस दीवार पर लिखने वालों की तलाश कर रही थी।
पुलिस के आते ही भागे छात्र नेता
शुक्रवार को कार्यक्रम संपन्न होने के बाद दोपहर तकरीबन तीन बजे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा काफिले के साथ जा रहे थे। तभी खंदारी कैंपस से पहले जेल रोड पर छात्र नेता काफिले के आगे आ गए। उन्होंने काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए।
इससे कुछ देर के लिए काफिला रुका गया। आनन-फानन में वहां तैनात पुलिसकर्मी पहुंच गए। यह देखकर छात्र नेता प्लाट में होकर भाग गए। थाना हरीपर्वत के प्रभारी निरीक्षक अजय कौशल की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया।
इसमें एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष गौरव शर्मा, प्रदेश समन्वयक अंकुश गौतम, मीडिया प्रभारी अपूर्व शर्मा, समाजवादी छात्र सभा के रवि यादव, अमित यादव, सतीश सिकरवार, ललित त्यागी, आशीष, कबीर कुरैशी को नामजद किया है।
इन पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कार्य में बाधा, गालीगलौज, जान से मारने की धमकी का आरोप है। वहीं षड्यंत्र के लिए अज्ञात महिला और पुरुष मीडिया कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि मामले में कार्रवाई की जा रही है।
सुरक्षा में हुई चूक
छात्र नेता गुरुवार रात से ही प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने खंदारी कैंपस की दीवार पर राज्यपाल वापस जाओ लिख दिया था। इसके बावजूद पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर सकी। शुक्रवार को भी खंदारी कैंपस के पास तक छात्र नेता पहुंच गए। मगर, उनकी भनक पुलिस को नहीं लगी। वो प्रदर्शन करने में सफल हो गए।