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उत्तर प्रदेश

FIR की विवेचना के साथ ही शुरू होता है पुलिस का भ्रष्टाचार

FIR की विवेचना के साथ ही शुरू होता है पुलिस का भ्रष्टाचार
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लखनऊ. पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने शुक्रवार को पुलिस विवेचना से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी. डीजीपी ने पिछले दिनों लाइसेंसी असलहों के कारतूस के हिसाब मांगे जाने के आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि गृह विभाग के शासनादेश के बाद लाइसेंसी असलहों के कारतूस का हिसाब मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम पॉक्सो के मामलों में कोर्ट में मजबूत पैरवी कर रहे हैं. उन्होंने कानपुर में गुरुवार को 23 दिन में आए पॉक्सो के मामले में सजा के ऐलान का जिक्र करते हुए कहा कि औरैया, कानपुर और आगरा पुलिस ने पॉक्सो में अच्छी कार्रवाई की है. डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में पॉक्सो और बलात्कार के मामलों में कमी आई है.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की अध्यक्षता में कमेटी गठित

पुलिस के पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के सवाल का जवाब देते हुए डीजीपी ने कहा कि एफआईआर लिखे जाने के बाद पुलिस की विवेचना के साथ ही पुलिस का भ्रष्टाचार शुरू होता है. हमने इसलिए इस तरह के मामलों में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामास्वामी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. ये कमेटी संगीन मुकदमों में फर्जी नामजदगी न हो, इस पर भी नजर रखेगी और पारदर्शी ढंग से मुकदमों की पैरवी करेगी.

टेरर फंडिंग मामले में 4 गिरफ्तार

इससे पहले टेरर फंडिंग नेटवर्क का खुलासा करते हुए डीजीपी ओपी सिंह (DGP OP Singh) ने कहा विदेशों से अवैध धन मंगाकर आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल करने के आरोप में 4 युवकों को गुरुवार देर रात लखीमपुर से एटीएस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से भारतीय और नेपाली मुद्रा मिली है. पिछले साल एटीएस ने मध्य प्रदेश के एक टेरर फंडिंग नेटवर्क का खुलासा किया था. उन्होंने बताया कि राष्ट्र बैंक जनकपुर, नेपाल के सिस्टम को हैक किया गया था. इस गैंग के एक सदस्य मुमताज को यूपी और नेपाल पुलिस तलाश रही है. आरोपियों के मोबाईल डेटा को रिट्रीव किया जा रहा है.

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