अखिलेश यादव पहुंच रहे झांसी, भारी फोर्स की तैनाती

झांसी. पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में सियासत गरमा गई है. इस मामले की जांच को लेकर सभी विपक्षी दल अपने-अपने स्तर से विरोध दर्ज करा रहे हैं. कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के नेता आदित्य यादव पुष्पेंद्र के परिजनों से मुलाकात कर चुके हैं. अब बुधवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनसे मुलाकात करने झांसी पहुंच रहे हैं.
सर्किट हाउस में करेंगे रात्रि विश्राम
जानकारी के अनुसार 9 अक्टूबर को झांसी पहुंचकर अखिलेश यादव ग्राम करगुआ खुर्द थाना एरच स्थित पुष्पेन्द्र यादव के परिवार से मिलेंगे और उन्हें सांत्वना देंगे. पुष्पेन्द्र यादव की 5 अक्टूबर 2019 को पुलिस एनकाउंटर में मौत हुई थी. जानकारी के अनुसार अखिलेश यादव बुधवार को रात्रि विश्राम झांसी सर्किट हाउस में ही करेंगे. इसके बाद वे 10 अक्टूबर को झांसी से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे. सूत्रों के अनुसार प्रशासन मामले पर पूरी नजर रखे हुए है.
झांसी में भारी फोर्स की तैनाती
झांसी में कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है. झांसी में बाहर से फ़ोर्स बुला ली गई है. इसमें कानपुर से 1 एएसपी को झांसी भेजा गया है, वहीं 2 सीओ, 5 थानों का फ़ोर्स, 3 प्लाटून पीएसी को करगवां खुर्द गांव में तैनात किया गया है. 2 एएसपी, कई थानेदार समेत भारी पुलिस बल की मोठ सर्किल में तैनाती हुई है.
पीड़ित परिवार से प्रसपा और कांग्रेस नेता भी मिले
इससे पहले मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव पुष्पेंद्र यादव के घर पहुंचे. इस दौरान पुष्पेंद्र के भाई रवींद्र से आदित्य यादव की मुलाकात हुई. आदित्य ने हर सम्भव मदद का भरोसा दिया, साथ ही उन्होंने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले तेज बहादुर ने भी पीड़ित परिवार को इंसाफ़ दिलाने का वादा किया. इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेसी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन भी मृतक के गांव पहुंचे.
विरोध प्रदर्शन कर रहे 39 गिरफ्तार
इससे पहले पुलिस ने एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे मोठ तहसील में धरने पर बैठे 39 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. देशराज यादव समेत 39 लोगों को पुलिस ने रात में हिरासत में लिया था. ये सभी पुष्पेंद्र यादव के समर्थन में तहसील में धरना दे रहे थे.