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उत्तर प्रदेश

बिना हेलमेट पहने चेकिंग कर रहे दारोगा को अपनी ही गाड़ी का काटना पड़ा चालान

बिना हेलमेट पहने चेकिंग कर रहे दारोगा को अपनी ही गाड़ी का काटना पड़ा चालान
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रायबरेली. चालान काटते वक्त अक्सर ट्रैफिक पुलिस और वाहन चालक में तू-तू, मैं-मैं हो जाती है. कई बार मामला इससे आगे निकल जाता है. ऐसा ही एक मामला रायबरेली में सामने आया है जहां कुछ अनोखा हुआ.

यहां वाहन चेकिंग के दौरान दारोगा को अपनी ही गाड़ी का चालान काटना पड़ गया. बताया जा रहा है कि दारोगा जब वाहनों की चेकिंग कर रहे थे, तब वो खुद भी बिना हेलमेट पहने थे. साथ ही उनकी गाड़ी का पेपर भी उनके पास मौजूद नहीं था. इस बात को लेकर ग्रामीणों ने उनका विरोध किया, तो दारोगा को मजबूरन अपनी गाड़ी का चालान काटना पड़ गया. खुद का चालान कटने से नाराज दारोगा ने तीन ग्रामीणों को जबरन कोतवाली में बिठा लिया. दारोगा के अपने ही वाहन का चालान काटने का ये वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.

मामला महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के कौडवा गांव का है. यहां तैनात दारोगा अशोक कुमार वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इस दौरान चालान काटने को लेकर ग्रामीणों से उनकी नोकझोंक हो गई. ग्रामीणों के विरोध के आगे दारोगा को खुद की गाड़ी का चालान काटना पड़ा, क्योंकि उनके पास हेलमेट मौजूद नहीं था. रायबरेली के एडिश्नल एसपी शशि शेखर सिंह ने न्यूज़ 18 से बातचीत में कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. जांच के बाद ही वो इस पर कोई बयान दे पाएंगे. सिंह ने कहा कि कानून के दायरे में जो कोई भी आएगा जांच के बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी.

रीजनल ट्रांसपोर्ट अफसर (आरटीओ) रिटायर्ड एस.के वर्मा बताते हैं, 'वाहन चलाते वक्त यदि आपने हेलमेट नहीं लगाया है तो इसकी चालान फीस अलग है. वहीं अगर आप शराब पीकर वाहन चला रहे हैं और साथ में मोबाइल पर बात कर रहे हैं तो दोनों का चालान अलग-अलग फीस के साथ कटेगा. इसी तरह ट्रैफिक पुलिस को अधिकार है कि सड़क पर कोई वाहन चलाते हुए यदि एक साथ कई नियमों का उल्लघंन करता है, तो वो उसे रोककर हर नियम के उल्लघंन पर अलग-अलग फीस के साथ चालान काट सकता है. साथ ही वाहन को सीज (जब्त) करने का अधिकार भी रहता है.'

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