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उत्तर प्रदेश

मोबाइल चोर इंटरनेशनल गैंग : 500 की दिहाड़ी से पांच करोड़ तक का सफर

मोबाइल चोर इंटरनेशनल गैंग : 500 की दिहाड़ी से पांच करोड़ तक का सफर
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मेरठ, । गाड़ी चालक महेंद्र गिरि का बेटा शरद गोस्वामी दसवीं तक पढ़ा है। 2013 में शरद खत्ता रोड निवासी बिलाल के संपर्क में आया। बिलाल के पास रहकर पांच सौ रुपये की दिहाड़ी करता था। राजस्थान में पांच करोड़ की ठगी के बंटवारे को लेकर नजाकत और बिलाल में विवाद हुआ। बिलाल के हिस्से में आई सवा करोड़ की रकम के लिए नजाकत ने उसकी हत्या करा दी। उसके बाद शरद नजाकत के टीवी चैनल में काम करने लगा। बिलाल की हत्या में नजाकत जेल चला गया। 2017 में नजाकत पुलिस कस्टडी से फरार हो चुका है। पुलिस के अनुसार आज शरद की चल-अचल सपंत्ति करीब पांच करोड़ रुपये हो चुकी है।

ऐसा फैला रखा था जाल

शरद गोस्वामी रशीदनगर निवासी महफूज और मतलूब के संपर्क में आ गया। उसके बाद उसने मोबाइल चोर गिरोह तैयार किया। उस समय मोबाइल का क्रेज काफी बढ़ चुका था। शरद मोबाइल एकत्र करके मुंबई में रहने वाले नदीम को दे देता था। अपनी गाड़ी खरीदने के बाद गैंग के सदस्य उसमें सवार होकर दूसरे राज्यों में वारदात को अंजाम देकर लौट जाते थे। शरद ने अपने साथ अमरीश को रखा था, जो आसानी से उसके कागजातों का सत्यापन करा देता था। शरद अभी तक कहीं भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था। उसके खिलाफ 2015 में दिल्ली के आदर्श नगर थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसके बाद 2018 में भी दिल्ली में चोरी और ब्रrापुरी में जानलेवा हमले का आरोपित बनाया गया। दो मुकदमे गत वर्ष परतापुर थाने में दर्ज हुए।

खातों में यह हुआ लेनदेन

शरद के कैनरा बैंक के खाते में एक साल में 62 लाख 46 हजार, दूसरे खाते में एक लाख 43 हजार और मां के खाते में 15 माह में 86 लाख 62 हजार तथा पत्‍नी के खाते में एक करोड़ 84 लाख का लेन-देन हुआ। यानी चार खातों में कुल तीन करोड़ 34 लाख का लेन-देन हुआ है। इसके अलावा भी उसकी करोड़ों की संपत्ति है। कप्तान अजय साहनी का कहना है कि उसकी पत्‍नी और मां को भी आरोपित बनाया जाएगा।





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