बेलगाम कानून व्यवस्था एवं महंगाई के खिलाफ सपा ने सदर, राजातालाब व पिंडरा तहसील पर हल्ला बोला

वाराणसी 01 अक्टूबर। वाराणसी सहित पूरे उत्तर प्रदेश में ध्वस्त एवं बेलगाम कानून व्यवस्था एवं जन उपयोगी वस्तुओं पर बढ़ते हुए कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के यशस्वी पूर्व मुख्यमंत्री मा० श्री अखिलेश यादव के आह्वान पर सपा द्वारा आयोजित प्रदेशव्यापी तहसील स्तरीय धरने में केन्द्र व प्रदेश सरकार की कुनीतियों की निन्दा की गई।
जनपद वाराणसी के तीनों तहसील सदर, पिण्डरा एवं राजातालाब में आज समाजवादी पार्टी के जिले व महानगर संगठन ने केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली एवं महामहिम राज्यपाल महोदय को सम्बोधित 13 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन पत्र उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को सौंपी।
धरने के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं समाजवादी पिछड़ा सभा के प्रदेश अध्यक्ष दयाराम प्रजापति, अध्यक्षता सपा जिलाध्यक्ष डॉ0 पीयूष यादव, संचालन महानगर महासचिव जितेन्द्र यादव तथा धन्यवाद व आभार महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि श्री दयाराम प्रजापति ने कहा कि जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार का सबका विकास, सबका साथ और सबका विश्वास का नारा खोखला साबित हो गया है। लोकसभा चुनाव तक जनता को गुमराह किया जाता रहा परंतु चुनाव के बाद ही पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और बिजली के दरों में बेतहाशा वृद्धि, यातायात नियमों के नाम पर जुर्माना में कमरतोड़ वृद्धि, खाद्यान्न वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि, किसानों को खाद बीज की किल्लत, अपराधों में बेतहाशा वृद्धि आदि से जनता त्रस्त हो गई है, आमजनमानस को न्याय दिलाने के लिए हम समाजवादी आज प्रदेश व्यापी धरना दे रहें हैं। औद्योगिक समिट के नाम पर बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने का झूठा वादा कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा सरकार केवल राजनीतिक एजेंडा साधने एवं विकास के नाम पर झूठा प्रचार करने में व्यस्त है ।
अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव ने कहा कि तमाम जनहित की समस्याओं को लेकर समाजवादी पार्टी द्वारा विगत 09 अगस्त 2019 को जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्वक धरना देकर महामहिम राज्यपाल जी द्वारा प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया था किन्तु इस गूंगी बहरी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगी। किसी भी जन समस्या का समाधान करने के बजाय 01 सितंबर 2019 से बिजली दरों एवं मोटर वाहन अधिनियम 2019 में जुर्माने में भारी वृद्धि लागू कर दी गई।
सपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है, अपराधों में भारी वृद्धि हो चुकी है, चारों तरफ जंगलराज व्याप्त है, फर्जी एनकाउंटर हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न, विशेष वर्गों में हत्या की घटनाएं बढ़ी है। अपराधियों के लिए पूरा प्रदेश हरा-भरा चारागाह बन चुका है सड़कों पर और घरों में घुसकर दिनदहाड़े हत्याएं हो रहीं हैं और पुलिस मूकदर्शक बन तमाशा देख रही है।
कल दिनदहाड़े इसी तहसील परिसर में ठेकेदार की हत्या समेत विगत लोकसभा चुनाव के उपरांत केवल जनपद वाराणसी में हत्याओं की 38 घटनाएं हो चुकी हैं जो कि अति शर्मनाक है, इसलिए हम लोग इस धरने के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदय से मांग करते हैं कि जनहित में तत्काल सरकार द्वारा कानून का राज स्थापित किया जाय।
पूर्व लोकसभा प्रत्याशी श्रीमती शालिनी यादव ने कहा कि महंगाई अपने चरम सीमा पर पहुंच गई, आम जनमानस त्राहिमाम कर रहा है और उसकी कातर आवाज़ को सरकार द्वारा लगातार अनसुनी करने के कारण बाध्य होकर आज हम सभी किसान, मजदूर, नौजवान, छात्र, अल्पसंख्यक, शिक्षक, अधिवक्ता व सभी वर्गों के पीड़ित जन तथा समाजवादी पार्टी की हजारों कार्यकर्ता वाराणसी सदर तहसील मुख्यालय पर धरना देकर पुनः स्थानीय प्रशासन के माध्यम से हम आप का ध्यान आकर्षित कर जनहित के मुख्य मुद्दों का समाधान कराने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से धरना के जरिए तत्काल निदान की मांग करते हैं।
पूर्व मंत्री व प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि कमरतोड़ महंगाई (पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, विद्युत दरों में बेतहाशा वृद्धि आदि को जनहित में तत्काल नियंत्रित किया जाय।
पूर्व प्रदेश सचिव मो० इस्तक़बाल कुरैशी ने कहा कि अवस्थापना सुविधाएं- बिजली, पानी, सड़क, सीवर और कूड़े की सफाई का अभाव हो चुका है, इसलिए जनहित के सवाल पर समाजवादियों को सड़क पर उतरना पड़ा है।
चरम पर पहुंच चुके भ्रष्टाचार, भ्रष्ट तंत्र की सरकार तथा ऊपर से नीचे तक बिना रिश्वत कोई कार्य नहीं ऐसे में वाराणसी में पीडब्ल्यूडी कार्यालय में तंत्र से पीड़ित ठेकेदार द्वारा स्वतः गोलिमारकर की गई आत्महत्या ने सभी को सहमा कर रख दिया है।
प्रदेश सचिव प्रदीप जायसवाल ने कहा कि किसानों की समस्याएं (खाद, बीज का अभाव को तत्काल समाप्त किया जाय जिससे कर्ज के बोझ से दबे किसानों द्वारा आए दिन हो रहीं आत्महत्याएं बन्द हो सकें।
प्रदेश सचिव राजू यादव ने कहा कि बेरोजगारी-बेकरी के कारण नौजवान निराश व हताश है अतः रोजगार के अवसर प्रदान किये जायें।
सपा नेता आंनद मोहन यादव गुड्डू ने कहा कि जौहर विश्वविद्यालय में राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा अत्याचार तत्काल बंद हो तथा सांसद मोहम्मद आजम खां के ऊपर लगे मुकदमे समाप्त कीये जाएं। विधायक अब्दुल्लाह आजम खां का उत्पीड़न और अवैध कार्रवाई पर रोक लगे ।
महिला सभा की महानगर अध्यक्ष पूजा यादव ने कहा कि महिलाओं के साथ छेड़खानी, बलात्कार, बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या, अपरहण की घटनाओं में बाढ़ आ गई है बेशर्म और निर्लज्ज पूर्व राज्य गृहमंत्री साधु के नाम पर डाकू चिन्मयानंद को बेटी के अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने के जुर्म में कड़ा से कड़ा दंड दिलवाने के बजाय राज्य सरकार द्वारा पीड़िता को ही फर्जी मुकदमे में फंसा देना सरकार की कुमंसा को उजागर कर रहा है, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला साबित हो चुका है।
यूथ ब्रिगेड के महानगर अध्यक्ष मो0 खुशबुद्दीन ने कहा कि अल्पसंख्यकों पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं, उनका फर्जी काउंटर भी हो रहा है। अतः अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न तत्काल रोका जाए।
वरिष्ठ सपा नेता राधाकृष्ण यादव (संजय यादव) ने कहा कि भाजपा राज में प्रदेश का विकास ठप्प है, समाजवादी सरकार के कार्यों पर ही भाजपा सरकार अपना नाम दे रही है। भाजपा के सभी दावे झूठे साबित हो चुके हैं।
समाजवादी अनुसूचित जाति/जनजाति के महानगर अध्यक्ष अजय प्रकाश राजू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचितजाति / जनजाति के छात्रों के निशुल्क प्रवेश प्रक्रिया व शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है जिसे तत्काल बहाल किया जाय।
भव्य धरने में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि सर्वश्री दयाराम प्रजापति (पूर्व राज्यमंत्री व विधानपरिषद सदस्य), डॉ0 पीयूष यादव, राजकुमार जायसवाल, बी0पी0सिंह, श्रीमती शालिनी यादव, श्रीमती पूजा यादव, मनोज राय धूपचंडी, प्रदीप जायसवाल, आनन्द मोहन गुड्डू यादव, डॉ ओ0पी0सिंह, राजू यादव, दीपचंद गुप्ता, दीपक यादव लालन, किशन दीक्षित, प्रिया राज अग्रवाल, मीरा सेठ, कौशल्या यादव, लालू यादव, जियालाल राजभर, इरशाद अहमद राईन, विवेक यादव, सुजीत यादव लक्कड़, विकास यादव बच्चा, राधाकृष्ण संजय यादव, लालजी सोनकर, विजयबहादुर यादव, असलम भाई, उमेश यादव, सत्यनारायण यादव, शिवबली विश्वकर्मा, इम्तियाज फारुखी, जितेंद्र एडव
विष्णु शर्मा, दीपचन्द गुप्ता, मो0 खुशबुद्दीन एडवोकेट, सत्यनारायण यादव, विजय टाटा, संतोष यादव, हीरू यादव समेत हजारों की संख्या में नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थें।