राहुल पर तंज, पहली बार मुझे गले मिलने में और गले पड़ने में अंतर पता चला
बुधवार को 16वीं लोकसभा का आखिरी दिन है। सदन की कार्यवाही के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस कार्यकाल का अपना आखिरी भाषण दिया।
जानें क्या क्या कहा मोदी ने-
-पांच साल के कार्यकाल में कोई भूकंप नहीं आया। मैं मुलायम जी का विशेष आभारी हूं। सभी सांसदों को शुभकामनाएं देता हूं।
- यहां मुझे आंखों की गुस्ताखियों का खेल पता चल गया, गले मिलने और गले पड़ने का अंतर भी समझ आ गया।
इस सदन ने 1400 से ज्यादा कानून खत्म भी किया है। एक जंगल जैसा बन गया था कानून का। यह शुभ शुरुआत हुई है।
बहुत कुछ करना बाकी है और उसके लिए मुलायम जी ने आशीर्वाद दिया ही है।
तीन दशक के बाद पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी और आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस गोत्र की नहीं है, ऐसे सरकार बनी है। बिना कांग्रेस गोत्र वाली मिलीजुली सरकार अटल जी की थी और अब पूर्ण बहुमत वाली सरकार 2014 में बनी।
-देश तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना है और उसका नीति निर्धारण भी इस सदन से हुआ है जो सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी के लिए गौरव की बात है। वर्तमान लोकसभा के कार्यकाल में भारत छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना और 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।
-आज देश आत्मविश्वास से भरा हुआ है। भारत डिजिटल वर्ल्ड में जगह बना चुका है। भारत दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था। आज भारत को गंभीरता से सुना जाता है।
-उन्होंने कहा कि मैं आज अपनी उपलब्धियां गिनाने नहीं आया हूं। मैंने पूरी निष्ठा से अपना काम किया।
-उन्होंने कहा कि स्पीकर ने मूल्यों के आधार पर फैसले लिए।
-भारत में पहली बार सबसे ज्यादा महिला सांसद बनीं। आज देश में 44 महिला सांसद हैं। सोलहवीं लोकसभा पर हम इस बात के लिए भी गर्व करेंगे कि सबसे ज्यादा महिला सांसद सदन में चुनकर आईं।