इलाहाबाद में अमित शाह ने किया लेटे हनुमान जी का दर्शन पूजन

इलाहाबाद । भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह का आज संगमनगरी इलाहाबाद में करीब चार घंटे का प्रवास धर्म व आध्यात्म के नाम रहा। एयरपोर्ट से अमित शाह ने सीधा मंदिरों की तरफ रुख किया।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज यहां सिद्ध बाबा मौजगिरि मंदिर घाट का उद्घाटन करने के साथ श्री श्री पंच दशनाम अखाड़ा योग-ध्यान केंद्र का शिलान्यास किया। भृगु ऋषि के स्थापित शिवलिंग का अभिषेक करेंगे। उज्जैन में महाकाल के पुजारी आचार्य संजय ने अभिषेक किया। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बांध पर बड़े हनुमान जी एवं देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उनके साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय तथा महापौर अभिलाषा नंदी भी थे। बारिश की वजह से उनके कई कार्यक्रम में बदलाव किए गए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने का कार्यक्रम रद कर दिया गया है। वहीं अन्य कार्यक्रमों में बदलाव की संभावना है
इलाहाबाद के बमरौली एयरपोर्ट पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी', आशुतोष टंडन 'गोपाल' के साथ इलाहाबाद की मेयर अभिलाषा नंदी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का स्वागत किया। उनके मंदिरों के दौरा को देखते हुए बांध पर लेटे हनुमान जी का भव्य श्रृंगार किया गया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दर्शन पूजन को लेकर बड़े हनुमान मंदिर का पट बंद हैं।
भारतीय जनता पार्टी कुंभ से पहले लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरी करने के मूड में है। इसी कारण आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की प्रयाग यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं। वैसे उनकी यात्रा पूरी तरह धार्मिक है। वह पूरा समय संतों के सानिध्य में रहेंगे। पूजन-अर्चन करने के साथ भोजन भी करेंगे। इसमें अहम उनका अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के साथ बैठक है। मठ बाघंबरी गद्दी में होने वाली बैठक में अमित शाह के समक्ष गोहत्या पर पाबंदी, गंगा व यमुना की निर्मलता, राम मंदिर निर्माण जैसे मुद्दे संत उठाएंगे। उसके बाद सामूहिक राय पर इस सब पर भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
जनवरी 2019 के कुंभ में देश-विदेश के करोड़ों हिंदू धर्मावलंबी आएंगे। उसके बाद आम चुनाव का बिगुल बज जाएगा। ऐसे में अमित शाह की यह यात्रा संतों के जरिए पार्टी के हिंदुत्व के एजेंडे को पुख्ता करेगी। वहीं श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण, गंगा के साथ यमुना की निर्मलता को लेकर हो रहे कार्य, गोहत्या पर देशभर में पाबंदी जैसे मुद्दों पर सरकार के रुख को संतों के जरिए लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि संत हिंदुत्व का एजेंडा पूरा कराना चाहते हैं, जिस पर अमित शाह से चर्चा की जाएगी।