लखनऊ में अपार्टमेंट की लिफ्ट गिरी, भाजपा नेता समेत चार घायल
लखनऊ के हजरतगंज के न्यू बेरी रोड पर स्थित श्रीराम अपार्टमेंट की लिफ्ट तीसरी मंजिल से गिर गई। घटना के वक्त भाजपा नेता समेत चार लोग लिफ्ट में सवार थे। अचानक लिफ्ट गिरने से उसमें सवार लोग खुद को संभाल नहीं सके और चोटिल हो गए। चीख-पुकार मचने पर अपार्टमेंट के कर्मचारियों ने किसी तरह दरवाजा खोलकर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। हादसे में भाजपा नेता का पैर टूट गया जबकि अन्य तीन लोगों को भी गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोमतीनगर के विराजखण्ड में रहने वाले भाजपा नेता मनीष शुक्ला गुरुवार शाम 5:30 बजे अपने गनर प्रभाकर शुक्ला, गोरखपुर निवासी राजेश तिवारी और डॉ. एके श्रीवास्तव के साथ श्रीराम अपार्टमेंट के बी-ब्लॉक में रहने वाले अधिवक्ता राजीव कुमार सिंह से मिलने आए थे। पुलिस के मुताबिक अधिवक्ता राजीव सिंह चौथी मंजिल के फ्लैट नंबर 405 में रहते हैं। उनसे मुलाकात के बाद मनीष शुक्ला अपने गनर और साथियों के साथ लौट रहे थे। वह लोग चौथी मंजिल पर लिफ्ट में सवार हुए जिसमें एक गार्ड पहले से सवार था। तीसरी मंजिल पर आते-आते लिफ्ट अचानक नीचे गिरने लगी।
दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला गया-
भारी-भरकम लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर पर धड़ाम से गिरी। इससे लिफ्ट में सवार मनीष शुक्ला का पैर फ्रैक्चर हो गया जबकि उनके गनर प्रभाकर, राजेश तिवारी और डॉ. एके श्रीवास्तव भी चोटिल हो गए। लिफ्ट गिरने की आवाज बम धमाके जैसी हुई जिससे अपार्टमेंट के लोग सकते में आ गए। लिफ्ट में फंसे लोगों ने मदद के लिए शोर मचाया। उनकी चीख-पुकार सुनकर अपार्टमेंट के गार्ड व अन्य कर्मचारी भागकर मौके पर पहुंचे। उन लोगों ने काफी मशक्कत के बाद लिफ्ट का दरवाजा खोलकर घायलों को बाहर निकाला। अधिवक्ता राजीव सिंह घायलों को अपनी कार में बैठाकर सिविल अस्पताल ले गए। बाद में उन्हें गोमतीनगर स्थित रेडीसन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
6 टन की क्षमता, नहीं संभला मामूली वजन
हादसे की सूचना पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने पड़ताल शुरू की। पता चला कि श्रीराम अपार्टमेंट ऋषि अरोड़ा का है जो कि इसी अपार्टमेंट के ए-ब्लॉक में रहते हैं। अपार्टमेंट में ए और बी नाम से दो ब्लॉक है। ए-ब्लॉक में कुल 26 फ्लैट है जबकि बी-ब्लॉक में 30 फ्लैट बने हैं। दोनों ब्लॉक में दो लिफ्ट लगी हैं जिनकी क्षमता करीब 6 टन बताई गई है। बी-ब्लॉक निर्माणाधीन है और अभी यहां महज दस फ्लैट में ही लोग रह रहे हैं। जिसके चलते वहां केवल एक ही लिफ्ट चालू रखी गई है। अपार्टमेंट के गार्ड का दावा है कि लिफ्ट ओवरवेट के चलते गिरी है। लिफ्ट की सेफ्टी बेल्ट नहीं टूटी है। वहीं लोगों का सवाल है कि 6 टन की क्षमता वाली लिफ्ट पांच लोगों के वजन से कैसे गिर गई।