प्रदेश में मूसलाधार बारिश, अलग-अलग जगहों पर 8 की मौत

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को मुसलाधार बारिश ने कहर बसराया। आगरा में जहां एक बच्ची समेत चार लोगों की मौत हो गई, वहीं मैनपुरी में तीन बच्चों समेत चार की जान चली गई। आगरा में रात तीन बजे से मूसलाधार बारिश के कारण कई मकान और दुकान गिरने से भी नुकसान हुआ है।
मैनपुरी के दोस्तपुर गांव में एक मकान की दीवार ढह गई, जिसके मलबे में तीन बच्चे दब गए। मलबे से दबे तीनों बच्चों को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक दो बच्चों की मौत हो गई थी। जबकि तीसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी घटना किशनी क्षेत्र की कुसमरा नगला भूपत में एक मकान की दीवार गिरने से मलबे में दबकर एक आठ साल के बच्चे की मौत हो गई। शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिए गए हैं।
बारिश से गाजियाबाद में भी जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। सुबह 6:30 बजे से करीब 3 घंटे हुई तेज बारिश और उसके बाद रुक रुक हो रही बारिश से पूरा शहर में जाम लगा है। 200 से ज्यादा टेम्पो व ऑटो और 50 से अधिक अन्य वाहन पानी से डूबने से खराब हो गए। जिले में 6 से ज्यादा सड़कें धंस गई। सबसे ज्यादा प्रभावित गाजियाबाद का वसुंधरा इलाका हुआ। यहां एक अपार्टमेंट के बाहर की सड़क ही धंस गई जिस कारण सेक्टर-4 में एहतियात के तौर पर धंसे हुए मार्ग के दोनों ओर के फ्लैट भी खाली करा लिए गए हैं। एक बिजली कर्मचारी करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया है। गाजियाबाद की कच्ची कॉलोनियों और कृषि भूमि पर अवैध घर बने हैं,वहां जलभराव होने से लोग दहशत में हैं। लोगों को डर है कि शाहबेरी और आकाश नगर की तरह उनके घर भी जमींदोज ना हो जाएं।
आगरा में 24 घंटे के अंदर 97.6 मिलीमीटर तक रिकॉर्ड बारिश हुई। बल्केश्वर स्थित बसंत मार्केट बारिश से धराशायी हो गया। इसमें एक बालक और महिला दब गए। जिन्हें किसी तरह बाहर निकाला गया। आगरा किले की दीवार तोड़कर बारिश का पानी खाई में घुस गया। इसके अलावा एसएन मेडिकल कॉलेज की एक पुरानी बिल्डिंग भी गिर गई। सूचना मिलते ही वहां फोर्स पहुंची।