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उत्तर प्रदेश

नए सिरे से बनेगी अपराधियों की डिजिटल कुंडली

नए सिरे से बनेगी अपराधियों की डिजिटल कुंडली
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लखनऊ - बीहड़ में कभी आतंक का पर्याय रहे दस्यु गिरोहों का सिजरा रखने के लिए गठित कानपुर स्थित दस्यु उन्मूलन इकाई को भंग कर दिया गया है। इस इकाई को खत्म करने की तैयारी है। इसके साथ ही डकैतों के नए गिरोहों सहित अन्य अपराधियों के गैंग चार्ट अब स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एससीआरबी) बनाएगा। इसके साथ ही सभी गिरोह के सदस्यों की डिजिटल कुंडली भी बनेगी।

चार स्तरीय गैंग चार्ट की तैयारी

डी गैंग (डिस्ट्रिक्ट गैंग)

ऐसे गिरोह जिनके अपराधी एक ही जिले में घटनाएं करते हैं।

आइडी गैंग (इंटर डिस्ट्रिक्ट गैंग)

ऐसे गिरोह जिनके सदस्य एक ही परिक्षेत्र के जिलों में घटनाएं करते हों। अथवा गिरोह के सदस्य एक ही परिक्षेत्र के निवासी हों।

आइआर गैंग (इंटर रेंज गैंग)

ऐसे गिरोह जिनके सदस्य एक से अधिक परिक्षेत्र में सक्रिय हों और एक से अधिक परिक्षेत्र के रहने वाले हों।

आइएस गैंग (इंटर स्टेट गैंग)

ऐसे गिरोह जिनके सदस्य कई राज्यों के निवासी हों और संगठित होकर एक से अधिक राज्यों में घटनाएं करते हों।

डीजीपी ओपी सिंह ने सभी एडीजी जोन, आइजी/डीआइजी रेंज, एसएसपी/एसपी, रेलवे अधिकारियों व एसपी डीसीआरबी को अपराधियों की सक्रियता के आधार पर गिरोहों का नए सिरे से चिह्नित कराने का निर्देश दिया है। डीआइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि लूट, डकैती, भाड़े पर हत्या, वाहन चोरी, मादक पदार्थों की तस्करी, फिरौती के लिए अपहरण, साइबर क्राइम, अवैध शस्त्र निर्माण व तस्करी सहित अन्य अपराधों के गिरोह को सूचीबद्ध करने की कार्रवाई पहले से की जाती रही है। अब अपराधियों की लगातार निगरानी करने के लिए गिरोहों को उनकी सक्रियता के आधार पर सूचीबद्ध किया जाएगा। वहीं सूचीबद्ध दस्यु गिरोहों की गतिविधियां लगभग खत्म हो गई है। इसके चलते ही दस्यु उन्मूलन इकाई को खत्म किया जा रहा है। साथ ही गिरोहों के पंजीकरण व उनका पूरा ब्योरा रखने की जिम्मेदारी एससीआरबी को सौंपी गई है। एसपी एससीआरबी इसके नोडल अधिकारी होंगे और अपराधियों को डिजिटल ब्योरा भी रखा जाएगा। साथ ही चार श्रेणी में गिरोहों को सूचीबद्ध किए जाने का निर्देश दिया गया है।

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