परिवारवाद : सहकारिता मंत्री के पुत्र बने लैकफेड के निदेशक

लखनऊ - मंगलवार को नाम वापसी का समय बीतने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड (लैकफेड) के दस निदेशक निर्विरोध चुन लिए गए। सोमवार को नामांकन पत्रों की जांच में तीन के पर्चे निरस्त होने से इनका रास्ता साफ हो गया था। सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के पुत्र अभिषेक वर्मा भी निदेशक चुन लिए गए हैं। लैकफेड के पूर्व सभापति कुंवर वीरेंद्र सिंह ने इस चुनाव में बेईमानी और धांधली के साथ ही मंत्री पर परिवारवाद का आरोप लगाया है जबकि मंत्री ने इसे बेबुनियाद बताया है।
शिवपाल सिंह पर लगता था यही आरोप
पूर्व सहकारिता मंत्री शिवपाल सिंह यादव पर यह आरोप लगता रहा था कि सहकारी संस्थाओं को उन्होंने अपने परिवार के हवाले कर दिया लेकिन, अब ऐसे ही आरोप से मुकुट बिहारी वर्मा भी घिर गए हैं। निदेशक पद के लिए मुकुट बिहारी के पुत्र अभिषेक वर्मा के निर्विरोध चुने जाने के बाद विपक्ष उन पर हमलावर है। लैकफेड के पूर्व चेयरमैन व पूर्व एमएलसी कुंवर वीरेंद्र सिंह और पूर्व निदेशक रामकेवल यादव ने चुनाव में नियमों की अनदेखी करने और 20 से अधिक वैध समितियों की सदस्यता समाप्त करने जैसे कई गंभीर आरोप लगाने के साथ यह भी कहा है कि मंत्री ने अपने बेटे को लैकफेड में काबिज कराकर परिवारवाद का खुला खेल किया है।
उल्लेखनीय है कि लैकफेड संस्था बसपा सरकार के समय चर्चा में आई। नियमों की अनदेखी कर इसे बड़ी क्षमता की निर्माण एजेंसी बनाया गया और फिर इसके बड़े घोटाले प्रकाश में आने लगे। इस घोटाले में ही बसपा सरकार के चार मंत्रियों को जेल जाना पड़ा। हालांकि बाद में चारों पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, रंगनाथ मिश्र, चंद्रदेव राम यादव और बादशाह सिंह को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया।
निदेशक मंडल में भाजपा के पूर्व मंत्री वीरेंद्र तिवारी, मनीष चौहान, आरपी सिंह पटेल, अनीता सचान, सुनीता सिंह, अभिषेक वर्मा, तेज नारायण तिवारी, गुरुभाग सिंह, अभिषेक पांडेय और अभय चौधरी चुने गए हैं। भाजपा ने सभापति के लिए वीरेंद्र तिवारी का नाम तय कर दिया है लेकिन, उप सभापति के लिए कई दावेदार हैं। चर्चा है कि मंत्री पुत्र को भी उप सभापति बनाया जा सकता है।
सहकारिता मंत्री ने विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह सही है कि मेरा बेटा लैकफेड का निदेशक बना है लेकिन वह अपने प्रयास से और गांव से चलकर यहां तक आ गया। अगर हम उसे जबरन रोकेंगे तो यह भी एक अपराध होगा। हम अपने आप लाते तो बड़े पद पर लाते। पैकफेड या कोआपरेटिव बैंक का चेयरमैन बनाते। हमने लैकफेड का सभापति तो बनाया नहीं। ऐसा भी नहीं कि अब मेरे परिवार के लोग कुछ करेंगे ही नहीं। वर्मा ने कहा कि जहां तक समितियों की सदस्यता रद करने की बात है तो यह सही है। वह कुछ लोगों की जेबी समितियां थीं। नए माहौल में चुनाव हो रहा है। हम फाउल गेम नहीं खेलते। वे लोग अनधिकृत थे इसलिए मैदान में नहीं आए।