सरकारी जमीन पर लेखपाल करवा रहा था अवैध कब्जा, एसडीएम ने लगाई रोक-किया निलंबित

लखनऊ - राजस्वकर्मियों की मिलीभगत से एक बार फिर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। मोहनलालगंज में सरकारी जमीन पर लेखपाल की मिलीभगत से कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा था। शिकायत के बाद एसडीएम ने अवैध निर्माण पर रोक लगाते हुए लेखपाल को निलंबित कर दिया है।
एसडीएम संतोष कुमार सिंह के मुताबिक कनकहा में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत मिली थी। लेखपाल दिनेश श्रीवास्तव को जाच के लिए कहा गया, लेकिन उनके आनाकानी करने पर एसडीएम खुद मौके पर पहुंच गए। एसडीएम संतोष कुमार सिंह के मुताबिक कई दिनों से कब्जा हो रहा था पर लेखपाल ने इसकी सूचना नहीं दी। उच्चधिकारियों के आदेश की अवहेलना पर लेखपाल दिनेश श्रीवास्तव को निलंबित पर विभागीय जाच का आदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी द्वारा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश केबाद सरोजनीनगर तहसील प्रशासन ने सोमवार को शहीद पथ किनारे गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के मुजफ्फरनगर घुसवल गाव में प्रापर्टी डीलरों द्वारा सरकारी ऊसर भूमि पर चारों तरफ बाउंड्रीवाल कर की गई अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चला दिया। सोमवार को उप जिलाधिकारी सरोजनीनगर चंदन पटेल ने करीब ढाई करोड़ की मालियत की जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराई।
21 जुलाई को बख्शी का तालाब में अवैध खनन में लगे डंपर से तीन बच्चों की मौत के बाद डीएम ने राजधानी की तीन तहसीलों में रात को खनन और परिवहन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। डीएम ने एसडीएम और सीओ को देर रात गश्त कर इस पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। बख्शी का तालाब तहसील के रजौरी गाव में ईट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर के तीन बच्चे अवैध खनन में लगे डंपर की चपेट में आ गये थे। डीएम ने पहले ही रात में किसी भी तरह के खनन और परिवहन पर रोक लगा दी थी, लेकिन इसके बावजूद यह हादसा हो गया। अपर जिलाधिकारी राजस्व अवनीश सक्सेना के मुताबिक डीएम के निर्देश पर एसडीएम, तहसीलदार और सीओ को यह जिम्मा सौंपा गया है। टीम बनाकर रात को निगरानी होगी और अगर कहीं पर शिकायत मिली तो एक्शन होगा। एडीएम के मुताबिक जहा पर खनन की अनुमति हो वहा पर भी रात को किसी तरह का काम नहीं होगा। खोदाई और ढुलाई पूरी तरह बंद रहेगी और सुबह सात बजे के बाद ही काम किया जा सकेगा।