घायल पत्नी को गोद में उठा इंसाफ मांगने पहुंचा बुजुर्ग

परिवारीजनों की पिटाई व मोहनगंज पुलिस की कार्यशैली से परेशान बुजुर्ग सोमवार को अपनी घायल पत्नी को गोद में उठाकर जिला मुख्यालय पहुंचा। पहले कलेक्ट्रेट फिर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे बुजुर्ग को देख प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
आखिरकार एएसपी के आदेश पर सक्रिय हुई पुलिस ने पीड़ित का केस दर्ज कर लिया है। मामले की निष्पक्ष जांच व कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद पीड़ित घर के लिए रवाना हुआ।
मोहनगंज क्षेत्र के पूरे शुक्ल गांव में 18 जुलाई को विवाद के दौरान कुछ लोगों ने एक परिवार के सदस्यों की जमकर पिटाई कर दी थी। मारपीट में बुजुर्ग मो. मुश्ताक की पत्नी व बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मुश्ताक के मुताबिक वह मोहनगंज थाने पहुंचा लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। पीड़ित के इलाज की भी जरूरत नहीं समझी।
लोगों के सहयोग से मुश्ताक ने अपनी पत्नी व बच्चों का इलाज करवाया। इसके बाद मुश्ताक केस दर्ज कराने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहा था। कहीं सुनवाई नहीं होने पर सोमवार को मुश्ताक अपनी घायल पत्नी के साथ जिला मुख्यालय गया। सवारी वाहन से शहर तक पहुंचने के बाद बुजुर्ग पत्नी को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट पहुंचा। पत्नी को गोद में उठाकर बुजुर्ग को भटकते देख प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
एएसपी ने मोहनगंज पुलिस को लगाई फटकार
डीएम शकुंतला गौतम ने पीड़ित की बात सुनी और एएसपी बलरामाचारी दुबे को कार्रवाई का निर्देश दिया। कलेक्ट्रेट के बाद बुजुर्ग पुन: अपनी पत्नी को गोद में उठाकर एसपी कार्यालय पहुंचा तो एएसपी ने मोहनगंज पुलिस को फटकार लगाई।
इसके बाद बुजुर्ग की तहरीर पर गांव के मोहम्मद खलील, अमीन, जमील, सद्दाम व गुड्डू के खिलाफ केस दर्ज हुआ। एएसपी ने मामले में पुलिस की ओर से लापरवाही बरतने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि एसओ से जवाब तलब किया है।