मामूली विवाद में बाइक सवार, व उसके पचास साथियों ने उतरठिया में मचाया तांडव
लखनऊ।
पीजीआई के उतरठिया में बाइक में टेम्पो की टक्कर लग गई। गुस्से में युवक ने टेम्पो के शीशे तोड़ दिए। उसने फोन कर दोस्तों को भी बुला लिया। दर्जनों की संख्या में पहुंचे युवक टेम्पो ड्राइवर को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। वहां से निकल रहे एएसपी ट्रैफिक रविशंकर निम ने ड्राइवर को पुलिस बूथ में बैठा दिया। उनके जाते ही युवकों ने ड्राइवर को बूथ से घसीट कर पीट-पीट कर अधमरा कर दिया।
अचानक ब्रेक मारने से हुई टक्कर
तेलीबाग निवासी जितेन्द्र कुमार टेम्पो चालक है। सोमवार शाम वह पीजीआई से सवारियां लेकर चारबाग जा रहा था। उतरठिया बाजार के पास पहुंचने पर आगे चल रहे ईश्वरीखेड़ा निवासी मुकेश रावत ने ब्रेक मार दिया। टेम्पो की टक्कर से मुकेश आग बबूला हो गया। वह जितेन्द्र के साथ गाली गलौज करने लगा। साथ ही हाथ मार कर टेम्पो का शीशा तोड़ दिया। जिससे मुकेश का हाथ फट गया और खून बहने लगा। इतने पर भी मुकेश का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने दोस्तों को फोन कर मौके पर बुला लिया। जिन्होंने ड्राइवर की पिटाई कर दी।
पुलिस बूथ से घसीट कर पीटा
सोमवार शाम पीजीआई की तरफ से आ रहे एएसपी ट्रैफिक रविशंकर निम की नजर मारपीट कर रहे युवकों पर पड़ी। उन्होंने मुकेश व उसके साथियों के चंगुल से ड्राइवर को छुड़ा कर ट्रैफिक बूथ में बैठा दिया। साथ ही सिपाहियों को पुलिस में सूचना देने के लिए कहा। उनके जाते ही मुकेश व उसके दोस्त दोबारा से हमलावर हो गए। टेम्पा ड्राइवर को बूथ से घसीट कर सड़क पर ले आए और उसे पीटना शुरू कर दिया। सिपाही पंचम मदद के लिए दौड़ा तो दबंगों ने उसके साथ भी धक्का-मुक्की की।
अस्पताल में घुस कर बचाई जान
बीच सड़क पर मारपीट होते देख राहगीरों का मजमा लग गया। जख्मी जितेन्द्र मदद के लिए गुहार लगाता रहा। पर, कोई आगे नहीं आया। जान बचाने के लिए वह किसी तरह से ओपी चौधरी अस्पताल में घुस गया। जहां सुरक्षा गार्ड को देख हमलावर भाग निकले। इंस्पेक्टर पीजीआई रविन्द्र नाथ राय ने बताया कि आरोपितों की तलाश की जा रही है। साथ ही घायल का इलाज चल रहा है।