बिलारी गन्ना समिति की बैठक में किसानों के भुगतान न होने पर जताई नाराजगी
मुरादाबाद
बिलारी। सहकारी गन्ना विकास समिति के संचालक मंडल की बैठक में चीनी मिलों पर बकाया चल रहे गन्ना मूल्य और समिति के कमीशन का भुगतान नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की गई। सभापति अरविंद मोहन ने कहा कि अकेले बिलारी मिल पर ही किसानों का 70 करोड़ से अधिक बकाया है। जिसके नहीं मिलने पर किसान आर्थिक रुप से परेशान हैं।
सोमवार को आयोजित बैठक में अनेक विषय पर चर्चा की है गन्ना चेयरमैन अरविंद मोहन ने बोलते हुए कहा कि अकेले बिलारी मिल पर किसानों का 70 करोड़ कृपया बकाया है। इस सवाल पर बैठक में मौजूद बिलारी मिल के जीएम केन प्रवीण कुमार ने कहा कि प्रतिमाह केंद्र सरकार चीनी बेचने का कोटा तय करती है। इसलिए हम चीनी अधिक नहीं भेज सकते, कहा कि करीब 40 करोड़ की चीनी मिल में रखी हुई है। बाकी का गन्ना मूल्य पावर प्लांट के माध्यम से दिया जाएगा। कहा कि धीरे-धीरे गन्ना मूल्य और कमीशन का भुगतान करते रहेंगे। सदन द्वारा इस परेशानी के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। वीनस मिलकर जीएम वेद पाल सिंह चौहान ने बताया कि सभी चीनी मिलों में शीरे का स्टॉक पढ़ा हुआ है। जो शीरा कभी महंगा बिकता था। उसे आज ₹1 किलो में कोई नहीं पूछ रहा हूं। यह मीलों का घाटा है। उन्होंने यह भी कहा कि मिल की पेराई क्षमता 55,000 क्विंटल प्रतिदिन रहेगी। बैठक में यह भी फैसला हुआ कि चीनी मिलों से कितना जितना भुगतान समिति को प्राप्त होगा। इतने की ही एडवाइज बैंकों को दी जाएगी ताकि किसानों का समय बर्बाद ना हो मिल के जीएम ने सुझाव रखा कि मिल गेट रेलवे ओवरब्रिज के नीचे आ गया है। सीजन में वहां गन्ने के वाहनों से जाम के हालात रहते हैं। इसलिए हमने कार्यक्रम बनाया है 8- 8 घंटे की 3 शिफ्ट बनाकर उसी हिसाब से किसानों को पर्चियां दी जाएं और उतने ही किसान गन्ना लेकर आएं। इससे दो लाभ होंगे एक तो किसानों को अनावश्यक वेटिंग नहीं करनी पड़ेगी। दूसरे जाम नहीं लगेगा। इस पर बोर्ड ने कहा कि विचार किया जाएगा गन्ना विकास परिषद के चेयरमैन कुंवर कपिल राज यादव द्वारा बताया कि परिषद में इस समय खाद और कीटनाशक उपलब्ध है। इनका अनुदान पहले की तरह किसानों के खाते में जाएगा। असमोली चीनी मिल के जीएम द्वारा कहा कि बिलारी मिल पर 10 किलोमीटर के रेडियस का गन्ना नहीं लेंगे। मिल अधिकारियों द्वारा सदन को बताया गया कि पाकिस्तान से मंगाई गई चीनी से अगले सीजन का 40 फीसद पूर्ति तो हो ही चुकी है। बाकी हमारे यहां पैदा हुई चीनी की खपत कैसे होगी। बैठक में समिति चेयरमैन अरविंद मोहन सिंह, डायरेक्टर योगेश कुमार, अजय सिंह, नवनीत कुमार गुप्ता, राम औतार सिंह यादव, विजयपाल सिंह, नरेंद्र सिंह, नरेश कुमार सिंह, सचिव घनश्याम आदि मौजूद रहे।..... रिपोर्ट वारिस पाशा जनता की आवाज से बिलारी मुरादाबाद