बजरंगी हत्याकांड में जेलर समेत चार दोषी पाए गए
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में जेल अफसरों की भूमिका की जांच पूरी हो गई है। इस जांच में वहां के जेलर समेत चार लोगों को दोषी पाया गया है। साथ ही एक नम्बरदार को भी इसमें साठगांठ का आरोपी माना गया है। आगरा के डीआईजी जेल ने इस सम्बन्ध में अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी है। माना जा रहा है कि इन आरोपियों में दो जेल अफसरों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई तक की जा सकती है।
नौ जुलाई को बजरंगी को जेल के अंदर सुनील राठी ने गोलियों से छलनी कर दिया था। इस घटना से पूरे प्रदेश में हड़कम्प मच गया था। पुलिस अफसरों के साथ ही जेलों में बंद अन्य बड़े माफिया तक के होश उड़ गये थे। हर कोई हैरान था कि आखिर जेल में पिस्टल और मैंगजीन कैसे पहुंची। शासन ने गम्भीरता से लेते हुये जेलर, डिप्टी जेलर, वार्डेन और हेड वार्डेन को निलम्बित कर दिया था। साथ ही इस प्रकरण की जांच मेरठ के डीआईजी जेल को दी थी। इस समय बागपत के जेल अधीक्षक छुट्टी पर चल रहे थे लिहाजा यह जांच आगरा के डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी कर रहे थे। संजीव त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने जांच रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी है। वहीं जेल मुख्यालय का कहना है कि रिपोर्ट देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
बर्खास्त हो सकते हैं जेलकर्मी
जेल मुख्यालय के एक बड़े अधिकारी का कहना है कि पिस्टल जेल के अंदर पहुंचने में जेलकर्मी पूरी तरह से दोषी हैं। एक नम्बरदार की भूमिका भी काफी संदिग्ध मिली है। शासन ने सख्त कार्रवाई करने को कहा है। दावा किया जा रहा है कि इस रिपोर्ट के मिलने के बाद शासन से दो जेलकर्मियों के बर्खास्तगी की संस्तुति की जायेगी।
रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी
जेल के एडीजी चंद्रप्रकाश ने कहा कि डीआईजी जेल आगरा ने पूरे प्रकरण की जांच की है। उनकी रिपोर्ट में जो भी जेल अफसर दोषी पाया जायेगा। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस घटना से सबक लेते हुये वर्तमान में सभी जेल में सुरक्षा और कड़ी की जा चुकी है।