सपा उपेक्षित और कमजोर के साथ : डॉ. विकास

बहराइच। वर्तमान सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पे है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली संदेहात्मक है। पुलिस अब जनता की रक्षक नही भक्षक बन चुकी है क्यों अब वो खुले आम जनता के शोषण पर उतारू है। धार्मिक उन्माद और जातीय कट्टरता इस कदर बढ़ गयी है कि सामान्य व्यक्ति तो दूर जनप्रतिनिधि भी अब इसका शिकार हो रहे हैं। संवैधानिक मूल्यों का निरंतर क्षरण हो रहा है।
युवा सपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए सपा नेता डॉ विकास दीप वर्मा ये बाते कही। उन्होंने कहा कि अधिकारियो की मनमानी अब इस कदर बढ़ गयी है कि सत्ताधारी विधायक को ही लाइन में लगकर जिलाधिकारी के समक्ष अपनी पीड़ा जिलाधिकारी के समक्ष रखनी पड़ रही है। यह सरकार की कमजोर प्रशासनिक क्षमता का प्रमाण है। जब विधायक ही जातीय आधार पर उपेक्षित हो और उसका उपहास उड़ाया जा रहा हो तो आम जनता की क्या हालत होगी इसका अंदाजा लागाया जा सकता है।
प्रदेश का छात्र, पिछड़ा, नौजवान, किसान वर्ग अब चुनावों का इंतज़ार कर रहा है कि अब उसको इस फांसीवादी सरकार को उखाड़ फेंकने का मौका मिले।
जनता एक बार फिर समाजवादी नीतियों पर भरोसा करके अखिलेश यादब को अपना मुख्यमंत्री बनने के लिए उत्सुक है।
डॉ वर्मा ने व्यंग्य करते हुए भाजपा विधायक अक्षयबर लाल गौड़ को यह सुझाब दिया है कि सपा ने हमेशा उपेक्षित और कमजोर का साथ दिया है अगर आप समाजवादी विचारधारा में विश्वास दिखाये तो हम आपको भी न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
इस अवसर पे सत्येंद्र त्रिवेदी, शैलेश सिंह शैलू, अशफ़ाक़ खाँ, निज्जामुद्दीन, समीर खाँ, जुनैद, तनुज, विशाल, राहुल, महेश आदि कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।