पत्नी को मुखाग्नि देते समय याद आई 'साथ जीने-मरने की कसम', पूरा किया वादा और छोड़ दी दुनिया

उन्नाव जिले में एक एेसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपकी आंखें भर आएंगी। यहां पत्नी की मौत के बाद पति का जो हाल हुआ उसे देख पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल छा गया।
उन्नाव जिले के औरास क्षेत्र में पत्नी की मौत का सदमा पति बर्दाश्त न कर सका। पत्नी की चिता को मुखाग्नि देते समय पति भी गश खाकर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई।
साथ जीने मरने की कसमें खाने वाले पति-पत्नी की कुछ ही घंटो के अंतराल में मौत पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। औरास थानाक्षेत्र के हसनपुर पश्चिमबाव निवासी लीलावती (70) एक माह से बीमार चल रही थी।
मंगलवार दोपहर घर में लीलावती ने दम तोड़ दिया। देर शाम परिजन अंतिम संस्कार के लिए लीलावती को लेकर गांव के बाहर पहुंचे। यहां बुजुर्ग संतू मौर्य ने जैसे ही पत्नी की चिता को आग लगाई उसके कुछ देर बाद ही वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े।
आसपास मौजूद रहे परिजनों ने उन्हें उठाया लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुके थे। लीलावती की मौत के कुछ घंटे बाद ही संतू मौर्य की मौत ने परिजनों को झकझोर दिया।
वहीं पति पत्नी की मौत की खबर से गांव के लोग हतप्रभ भी हो गए। परिजनों के अनुसार संतू मौर्य पत्नी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके। इससे उनकी मौत हो गई।
बेटों की पहले हो चुकी है मौत
वृद्ध संतू मौर्य के दो बेटे थे। जिनमें बड़े बेटे की 22 साल पहले मौत हो गई थी। वहीं 13 साल पहले दूसरे बेटे की भी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि दोनों बेटों ने जहर खाकर जान दी थी।
छोटी बेटी रहती थी साथ
संतू मौर्य ने चार बेटियों की शादी कर दी थी। जिनमें एक बेटी की कुछ सालों पहले मौत हो गई थी। संतू की छोटी बेटी रूबा माता पिता के साथ गांव में रह रही थी। माता पिता की एक ही दिन में मौत होने से वह रो रोकर बेहाल हो गई।