BJP विधायक के खिलाफ धरने पर बैठी किशोरी, सपा जिलाध्यक्ष की पैरवी पर रिपोर्ट दर्ज हुई

फर्रुखाबाद. एक दलित किशोरी अपनी मां के साथ भाजपा विधायक के खिलाफ धरने पर बैठ गई है। आरोप है कि वह पिछले एक महीने से पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है। मगर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जिसकी वजह से उन्होंने धरने पर बैठने का फैसला लिया है।
यह घटना कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के भटासा गांव की है। यहां 05 जून को उसी गाँव के युवक विशाल ने दलित किशोरी को मक्का के खेत में खींच कर दुष्कर्म का प्रयास किया। दलित किशोरी ने शोर मचाया तो खेत में काम कर रहे उसके परिजनों ने किसी तरह उसे बचाया और घेराबंदी के बावजूद आरोपी युवक फरार हो गया। पीडिता ने बताया कि लगभग एक महीने से वह और उसके परिजन मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अधिकारियों की चौखट के चक्कर रहे हैं। मगर उलटे सत्ता के दवाब में उसके परिजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी।
तीन दिन पहले उसने इस बारे में डीएम को भी प्रार्थना पत्र दिया था फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। आरोपी कायमगंज नगर पालिका अध्यक्ष सुनील चक का रिश्तेदार है इसलिए कायमगंज के भाजपा विधायक अमर सिंह खटिक भी पुलिस पर रिपोर्ट न लिखने के लिए दवाब डाल रहे हैं। इसलिए उसे धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा। कायमगंज नगर पालिका अध्यक्ष सुनील चक ने फोन पर बातचीत में स्वीकार किया विशाल उनके समाज का है पर वह और विधायक पुलिस पर कोई राजनितिक दवाब नहीं डाल रहे हैं।
दूसरी ओर यह घटना पुलिस में सियासी दखलंदाजी का एक बड़ा सबूत बनकर रह गयी। जहां भाजपा नेता नगर पालिका अध्यक्ष सुनील चक और उनके साथ भाजपा विधायक अमर सिंह खटिक के कारण पुलिस ने एक महीना 13 दिन तक FIR दर्ज नहीं की। वहीं सपा जिलाध्यक्ष नदीम फारूकी की पैरबी और आन्दोलन की धमकी पर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। सपा जिलाध्यक्ष नदीम फारूकी ने बताया कि उन्होंने एसपी से बात कर मुकदमा दर्ज करा दिया है। कायमगंज कोतवाली से भी रिपोर्ट दर्ज हो जाने की पुष्टि हुई है.
वहीं कायमगंज नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा नेता सुनील चक ने कहा है कि उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि घटना के इतने दिन बाद रेप के प्रयास की रिपोर्ट लिखाने को क्यों सक्रिय हुआ गया। उनके द्वारा पुलिस पर लड़की की रिपोर्ट न लिखने को कोई दवाब नहीं डाला गया है।