BSF जवान गुरनाम सिंह शहीद, पाकिस्तानी रेंजर्स ने स्नाइपर रायफल्स से बनाया था निशाना
बीएसएफ के घायल जवान गुरनाम सिंह ने आखिरकार जिंदगी और मौत की जंग में हार मान ली। 24 साल के गुरनाम पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में घायल हुए थे। उनका इलाज जम्मू के अर्निया में चल रहा था जहां रविवार आधी रात को उन्होंने दम तोड़ दिया। 19-20 अक्टूबर की रात को जम्मू के हीरानगर सेक्टर के बोबिया पोस्ट पर गुरनाम की अपने कुछ साथियों के साथ आतंकियों से मुठभेड़ हुई थी। गुरनाम के मुस्तैदी के चलते ही आतंकी सीमा पारकर भारत में नहीं घुस पाए थे। इसके बाद 21 अक्टूबर को सुबह नौ बजकर पैंतीस मिनट पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने बदला लेने के ख्याल से स्नाइपर रायफल्स से गुरनाम को निशाना बनाया। इसके बाद से उसकी हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। गुरनाम पांच साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुए थे सिख परिवार में जन्मे गुरनाम जम्मू के रणवीरसिंह पुरा इलाके के रहने वाले हैं।
गुरनाम के घायल होने के बाद ही बीएसएफ ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें सात पाकिस्तानी रेंजर्स और एक आतंकी मार गिराया गया। हालांकि पाकिस्तानी सेना ने बीएसएफ के इस दावे को गलत करार दिया है पाकिस्तानी सेना के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने सोशल मीडिया ट्विटर पर लिखा है कि भारतीय दावा झूठा है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को कश्मीर में तीन अलग-अलग जगह पर फायरिंग की। भारतीय सीमा पर तैनात बीएसएफ ने इसका कड़ा जवाब दिया। न्यूज एजेंसी एएनआई ने बीएसएफ के हवाले से लिखा है कि हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की फायरिंग का कड़ा जवाब देते हुए बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर के सात जवान ढेर कर दिए हैं। इसके साथ ही एक आतंकी भी इस फायरिंग में मारा गया। इस फायरिंग में बीएसएफ का एक जवान भी घायल हो गया है।