मोदी के बलूचों की दशा उजागर करने के बाद चीजें तेजी से बदली हैं: नाइला कादरी

नई दिल्ली : बलूच राष्ट्रवादी नेता नाइला कादरी बलूच का मानना है कि पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान के लोगों की दुर्दशा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उजागर किए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीजें तेजी से बदली हैं।
वह मंगलवार को भारत पहुंची हैं। उनके बेटे मजदक दिलशाद बलूच पहले से भारत में डेरा डाले हुए हैं। वह इस महीने की शुरुआत में आरएसएस समर्थित इंडिया पॉलिसी फाउंडेशन को संबोधित करने वाली थी लेकिन समय पर वीजा पाने में नाकाम रहने के चलते ऐसा नहीं कर सकीं। कनाडा में रह रही प्रो. बलूच ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीजें तेजी से बदल रही हैं। आपने संयुक्त राष्ट्र में देखा है, अन्य देश बलूचिस्तान मुद्दे का समर्थन करने के लिए आगे आ रहे हैं। एक प्रमुख बलूच कार्यकर्ता मजदक ने कहा कि प्रो. बलूच अगले एक हफ्ते भारत में होंगी और कई संगोष्ठियों और बैठकों को संबोधित करेंगी। प्रो बलूच स्वनिर्वासन के तहत कनाडा में रह रही हैं।
उन्होंने बताया कि उन्हें (प्रो बलूच को) वीजा से मना नहीं किया गया। इसमें सिर्फ देर हुई इसलिए वह एक अक्तूबर के कार्यक्रम को संबोधित नहीं कर सकीं। अब हम दोनों अगले एक हफ्ते दिल्ली में और इसके बाहर कार्यक्रमों में शरीक होंगे। गौरतलब है प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में बलूचिस्तान मुद्दे को उठाया था। वहीं, एक अन्य प्रमुख निर्वासित बलूच नेता ब्रह्मदाग बुगती ने पिछले महीने जिनीवा में भारतीय दूतावास से संपर्क कर शरण देने की मांग की थी।