श्रीनगर में कश्मीरी लड़कों ने बचाई सेना के जवानों की जान, सेना ने कहा- शुक्रिया

श्रीनगर: श्रीनगर हाइवे पर कल सेना की गाड़ी पेड़ से टकराकर हादसे का शिकार हो गई. दो जवान जख्मी हो गए. हादसे के बाद स्थानीय कश्मीरी युवकों ने जो रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया उसका वीडियो वायरल हो गया है. सेना ने भी कश्मीरी लड़कों की मदद के लिए शुक्रिया कहा है.
Army thanks the local youth for rescue of soldiers stuck in accident vehicle near Pantha Chowk Srinagar. @adgpi
कश्मीर घाटी में सेना और कश्मीरी लड़कों के बीच पत्थरमार आंदोलन के दौरान हुई हिंसक झड़प के कारण ही इस वीडियो की चर्चा हो रही है और इस वीडियो का संदेश बहुत बड़ा है. इस वीडियो की एक लाइन की खबर ये है कि श्रीनगर हाइवे पर लासजन में सेना की एक गाड़ी पेड़ से टकरा गई और सेना के दो जवान जख्मी हो गए. गाड़ी इतनी क्षतिग्रस्त हो गई कि दोनों सवार जवान उसमें फंस गए.
लेकिन हादसे के बाद जो हुआ उसने देश का दिल जीत लिया. क्षतिग्रस्त गाड़ी में फंसे सेना के दो जवानों को निकालने का जिम्मा श्रीनगर के स्थानीय लड़कों ने उठा लिया. पेड़ से टकराकर गाड़ी ऐसी फंसी थी कि जवानों को निकालने के लिए पहुंचना मुश्किल था. लड़कों ने क्षतिग्रस्त ट्रक के बराबर में एक ट्रक ला खड़ा किया. उससे जरिए ड्राइवर केबिन तक पहुंचे और वहां से जवानों को बाहर निकाला.
सेना ने कश्मीरी लड़कों की इस दिलेरी को सलाम किया है. भारतीय सेना के नार्दन कमांड ने तो बाकायदा टवीट करके कश्मीरी ल़ड़कों की मदद के लिए शुक्रिया कहा है.
इस रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो किसी राहगीर ने मोबाइल पर रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया. उसके बाद से ये वीडियो वायरल हो चुका है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि कश्मीर का ही एक लड़का था बुरहान वानी जो सेना के खिलाफ हथियार उठाकर आतंकी बना. वो लड़के कश्मीरी ही थे जिनको आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद अलगाववादियों ने सेना और पुलिस पर बरसाने के लिए पत्थर थमा दिए थे.
कल देश के रक्षकों की प्राण रक्षा करने वाले भी कश्मीर के ही लड़के थे. इनको सलाम क्यों न करे देश.
कश्मीरी लड़कों की ये कहानी नवाज शरीफ के कुनबे को जरूर देखनी चाहिए जो दुनिया में ये कहते फिर रहे हैं कि कश्मीर में सेना अत्याचार कर रही है औऱ कश्मीर के लोग भारत से आजादी चाहते हैं. नवाज शरीफ की बातों में जरा सी भी सच्चाई होती तो श्रीनगर के लड़के अपनी जान जोखिम में डालकर सेना के जवानों की रक्षा नहीं करते.