नवजोत कौर सिद्धू ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दिया
पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धू ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके पति नवजोत सिंह सिद्धू पहले ही भाजपा छोड़ चुके हैं। उनके इस्तीफे के काफी दिनों से कयास लगाए जा रहे थे। भाजपा के प्रदेश प्रधान विजय सांपला ने उनका त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही चर्चा है कि नवजाेत सिंह सिद्धू एक-दो दिन में बड़ा एलान कर सकते हैं और उनके अगले राजनीतिक ठिकाने का खुलासा हो सकता है। बताया जाता है वह कांग्रेस की आेर रुख कर सकते हैं।
डा. नवजोत कौर सिद्धू अमृतसर से विधायक हैं और बादल सरकार में मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) भी रही थीं। वह काफी समय से मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर खुलेआम निशाना साधती रही हैं। वह अौर उनके पति नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा में रहते हुए पार्टी के अकाली दल से गठबंधन को खत्म करने की मुहिम चलाए हुए थे।
सिद्धू दंपती की मांग पर भाजपा ने ध्यान नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी के प्रति विद्राेही तेवर अपना लिए और पार्टी छोड़ दी। पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्यसभा की सदस्यता और फिर भाजपा से इस्तीफा दिया। अब डा. नवजोत कौर ने भाजपा को अलविदा कहा है।
भाजपा छाेड़ने के बाद चर्चा थी कि सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे और इसके संकेत भी शुरू में डा. नवजोत कौर सिद्धू ने ही दिए थे। 'आप' में सिद्धू दंपती की बात नहीं बनी। इसके बाद सिद्धू ने अपनी मोर्चा 'आवाज-ए-पंजाब' बनाया। सिद्धू के माेर्चा बनाने के बारे में डा. नवजोत कौर सिद्धू ने ही अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट के जरिये सबसे पहले दिया था।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सिद्धू दंपती का अगला राजनीतिक ठिकाना क्या होगा। चर्चाएं हैं सिद्धू कांग्रेस के संपर्क में हैं और उनकी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से कुछ दिन पहले मुलाकात भी हुई है। बताया जाता है कि सिद्धू एक-दो दिन में बड़ा एलान कर सकते हैं अौर अपने अगले राजनीतिक ठिकाने के बारे में खुलासा कर सकते हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू अपने राजनीतिक कदम को लेकर कई बार स्टैंड बदल चुके हैं। राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने आैर भाजपा से नाता तोड़ने के बाद उन्होंने आम अादमी पार्टी का रुख किया था। उनकी अरविंद केजरीवाल से कई बार मुलाकात भी हुई थी, लेकिन बाद में उनकी बात नहीं बनी।
बाद में सिद्धू ने भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान व विधायक परगट सिंह 'आवाज-ए-पंजाब' नाम से नया मोर्चा बनाया। इस मोर्चा में लुधियाना कि बैंस बंधु बलविंदर सिंह बैंस अौर सिमरजीत सिंह बैंस भी शामिल थे। उन्होेंने उस समय नई पार्टी बनाने के संकेत दिए।
बाद में 'आप' के पंजाब कन्वीनर पद से हटाए गए सुच्चा सिंह छोटेपुर के भी उनके साथ आने और नया दल बनाने की तैयारी की बात सामने आई। इसी बीच, सिद्धू ने अचानक नई पार्टी बनाने से इन्कार कर सभी को चकित कर दिया। इसके बाद उनके फिर से 'आप' के संपर्क में होने की बात की जाने लगी।
दूसरी ओर, छोटेपुर ने अपनी पार्टी बना ली। इसके बाद राजनीतिक क्षेत्रों में सिद्धू के अगले कदम को लेकर कयास लगाए ही जा रहे थे कि उनके कांग्रेस की ओर रुख करने की बात सामने आई।