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उत्तर प्रदेश

सपा के घोषणा पत्र में हो सकता है इस मेगा प्लान का ऐलान

सपा के घोषणा पत्र में हो सकता है इस मेगा प्लान का ऐलान
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सूबे के सभी बेघरों व कच्चे मकान वाले गरीब परिवारों को लोहिया आवास देने का एलान सपा के घोषणापत्र के अहम वादों में शामिल हो सकता है। समाजवादी सरकार आने वाले दिनों में दोबारा सत्ता में लौटने पर इसे लागू करने का वादा कर सकती है।

मुख्यमंत्री इस तरह की कई अन्य चालू योजनाओं का विस्तारित स्वरूप पेश कर सत्ता में आने पर उसका लाभ दिलाने का वादा कर चुके हैं। पर, सभी बेघरों को लोहिया आवास देने की शुरुआत इस वित्त वर्ष में कर पाना मुमकिन नजर नहीं आ रहा।

शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि सपा सरकार उन योजनाओं को बड़े स्तर पर अपने चुनाव घोषणापत्र में शामिल करने की तैयारी कर रही है जिन्हें वह इस सरकार में सफलता से लागू कर सराहना बटोर चुकी है। कई मौकों पर इन कामों का उदाहरण दिया जाता है। इसी तरह सभी बेघरों व कच्चे मकान वाले गरीबों को लोहिया आवास भी सपा घोषणापत्र का अहम हिस्सा हो सकता है।

सरकार के नीतिगत फैसले से सभी बेघरों का सर्वे, योजना पर खर्च का आकलन और अगले बजट के लिए धनराशि की मांग जैसा काम जरूर शुरू हो जाएगा लेकिन चुनाव से पहले इसका लागू होना संभव नहीं दिख रहा।

सर्वे खत्म होते-होते ही लागू हो जाएगी आचार संहिता

अधिकारी के मुताबिक सरकार ने फिलहाल सूबे के सभी गांवों में इस योजना के लाभार्थियों के सर्वे का आदेश दिया है। इसके लिए तीन महीने का वक्त दिया गया है। यानी सर्वे का काम दिसंबर तक पूरा हो पाएगा। सर्वे खत्म होते-होते विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने की पूरी संभावना है।

इसके अलावा सरकार 2016-17 के लोहिया आवासों का लक्ष्य तय कर चुकी है। उसके निर्माण के लिए पहली किस्त की रकम भी जारी हो चुकी है। इतने बड़े स्तर पर स्कीम लागू करने के लिए बजट का बंदोबस्त अब आसान नहीं होगा। ऐसे में पूरी संभावना है कि सरकार इसकी रूपरेखा तैयार कर घोषणापत्र में एक बड़ी योजना के तौर पर पेश करे।

अब तक सीमित परिवारों के लिए थी योजना
प्रदेश सरकार ने हर जिले में तय मानक के आधार पर लोहिया ग्रामों का चयन किया है। ग्राम्य विकास विभाग सूबे के हर लोहिया ग्रामों में 25 आवासों का आवंटन करता है। सरकार इन आवासों के निर्माण के लिए 2.75 लाख रुपये देती है। 30 हजार रुपये सोलर पावर पैक के लिए मिलते हैं।

लाभार्थी यदि मनेरगा में काम करना चाहता है तो वह 90 दिन के बराबर मजदूरी भी प्राप्त कर सकता है। गरीब परिवारों के लिए इतनी रकम व सहयोग वाली दूसरी कोई योजना नहीं है। सरकार इस योजना का विस्तार करने जा रही है।

प्रधानमंत्री आवास योजना का तगड़ा जवाब

हर गरीब बेघर के लिए लोहिया आवास का एलान, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का जवाब भी माना जा सकता है। केंद्र सरकार ने 2022 तक सबके लिए आवास का लक्ष्य तय करते हुए अपनी योजना शुरू की है।

इसके अंतर्गत सभी बेघर और जर्जर घरों में रहने वालों को पक्का मकान बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। केंद्र ने चालू वित्त वर्ष में ही प्रदेश में 4.30 लाख आवास बनाने का लक्ष्य रखा है। चुनाव से पहले इसके लाभार्थियों का चयन तेजी से शुरू हो गया है।

इसमें लाभार्थी को आवास निर्माण के लिए 1.20 लाख रुपये मिलेंगे। लाभार्थी 70 हजार रुपये तक ऋण ले सकेगा। वह मनरेगा के तहत 90 दिनों के अकुशल श्रम का भुगतान भी प्राप्त कर सकेगा। भाजपा केंद्र की इस योजना का लाभ उठाने का प्रयास करेगी।

सपा इन योजनाओं का कर सकती है वादा

इस सरकार में लैपटॉप दिया, दोबारा सत्ता में आने पर 18 से 35 साल के युवाओं को स्मार्ट फोन मिलेगा।

- समाजवादी पेंशन के लाभार्थियों के लिए वर्तमान में जिलेवार लक्ष्य तय किए जाते हैं। करीब 55 लाख गरीब परिवार यह पेंशन पा रहे हैं। सरकार ने सत्ता में आने पर सभी गरीब परिवारों को 500 रुपये महीने समाजवादी पेंशन देने का एलान किया है।

- समाजवादी किसान सर्वहित बीमा योजना में दुर्घटना में इलाज की व्यवस्था है। इसमें मृत्यु पर 5 लाख रुपये तक मुआवजा भी मिल सकता है। सपा के अगले घोषणापत्र में गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा भी शामिल की जा सकती है।

- सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस- वे बनाया। लखनऊ-बलिया समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस- वे का एलान कर भूमि अधिग्रहण का काम तेज कर दिया गया है। सत्ता में आने पर इसे पूरा कराया जाएगा।

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