बारामुला के लोगों की आंखोंदेखी: 20 मिनट तक सायरन बजा और धमाकों के साथ लगातार होती रही फायरिंग

आतंकवादियों ने बारामुला में सेना के 46 राष्ट्रीय राइफल्स कैंप और इसी से सटे बीएसएफ कैंप पर दो गुटों में लगभग 10.30 बजे हमला किया था।
जम्मू-कश्मीर के बारामुला में बीती रात हुए आतंकी हमले के बाद सेना का सर्च ऑपरेशन अब खत्म हो चुका है। इस हमले में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि एक जवान घायल हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, दो घंटे तक भारी फायरिंग के बाद आतंकी भाग गए। आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों की संख्या 2 से 3 रही होगी। सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाशी के लिए पूरे इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन आतंकी हाथ नहीं लगे।
आतंकवादियों ने बारामुला में सेना के 46 राष्ट्रीय राइफल्स कैंप और इसी से सटे बीएसएफ कैंप पर दो गुटों में लगभग 10.30 बजे हमला किया था। इसके बाद भारी गोलीबारी और धमाकों की आवाजें सुनी गईं। बारामुला के लोगों ने बताया कि रात में अचानक गोलीबारी की आवाज सुनाई देने लगी। करीब 20 मिनट तक सायरन की आवाज सुनाई दी और रह-रहकर धमाकों की आवाजें भी सुनाई दे रही थीं। इससे सभी लोग डर गए। हमलोग घरों में बंद हो गए।
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि रात के वक्त जब हमलोग सो रहे थे तभी अचानक फायरिंग की आवाज सुनाई देने लगी। लोग डर गए। घरों के अंदर चले गए। दरवाजे बंद कर लिए। हमें लगा कि पास में ही कहीं आतंकियों से मुठभेड़ हो रही है क्योंकि थोड़ी देर के बाद फायरिंग रुक-रुककर होने लगी थी। बीच-बीच में धमाके भी हो रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि आतंकवादी बीएसएफ शिविर के किनारे तक प्रवेश करने में कामयाब रहे, लेकिन उन लोगों को उरी हमले के बाद हाई अलर्ट पर चल रही सेना और बीएसएफ की भारी फायरिंग का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि पाकिस्तान के हथियारबंद आतंकियों ने 18 सितंबर को सेना के उरी शिविर पर हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि, भारतीय सेना ने इस मुठभेड़ में पाकिस्तान से आए 4 आतंकवादियों को भी मार गिराया गया था।