पाक को आतंकी देश घोषित करने की याचिका को अमेरिका में रिकॉर्ड समर्थन
पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजित देश घोषित करने की मांग वाली याचिका को अमेरिका में रिकॉर्ड समर्थन मिला है। इस बाबत व्हाइट हाउस को रिकॉर्ड पांच लाख लोगों ने हस्ताक्षर वाली ऑनलाइन याचिका मिली है। किसी भी याचिका पर व्हाइट हाउस की ओर से प्रतिक्रिया के लिए 30 दिन में एक लाख लोगों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है। ऐसे में यह आंकड़ा पांच गुना तक पहुंच गया है। अब पाक को आतंक प्रायोजित देश घोषित करने की याचिका पर ओबामा प्रशासन को अपना रुख स्पष्ट करना होगा।
आरजी नाम के एक शख्स ने इस याचिका की शुरुआत 21 सितंबर को की थी। फेसबुक पेज पर इस याचिका से जुड़ी जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी की वैज्ञानिक अंजू प्रीत का कहना है कि उनका लक्ष्य इस पर 10 लाख लोगों के हस्ताक्षर के आंकड़े को पाना है। उन्होंने लोगों से इस याचिका पर हस्ताक्षर करने की अपील की है। अमेरिकी सांसद एवं आतंकवाद पर सदन की उपसमिति के चेयरमैन टेड पोए और सांसद डाना रोराबचर की ओर से पाक को आतंक प्रायोजित देश घोषित करने का विधेयक पेश करने के बाद यह याचिका शुरू की गई थी।
आतंकवाद पर पाक की निंदा के लिए ब्रिटेन में याचिका
ब्रिटिश संसद की आधिकारिक वेबसाइट पर नई याचिका दाखिल की गई है, जिसमें ब्रिटेन से मांगी गई है कि वह आतंकवाद को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने वाले पाकिस्तान की कड़े शब्दों में निंदा करे। रविवार तक इस याचिका पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों की संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई।
अब इस याचिका पर ब्रिटिश सरकार जवाब देने के लिए बाध्य हो गई है। 2 मार्च 2017 तक इस याचिका में एक लाख से ज्यादा लोगों के हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य है, ताकि इस पर हाउस ऑफ कॉमंस में बहस कराई जा सके।
पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर अक्सर दोमुंही बात करता आ रहा है। इस याचिका में कहा गया कि अमेरिका और ब्रिटेन के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के दुश्मनों को पाकिस्तान को मदद दी है और उकसाया है। ओसामा बिन लादने का ठिकाना भी पाकिस्तान में था। इतना ही नहीं, पाकिस्तान लगातार आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है।