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उत्तर प्रदेश

आठवें मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जानिए अब किसके पास कौन विभाग

आठवें मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जानिए अब किसके पास कौन विभाग
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लखनऊ : आठवें मंत्रिमंडल विस्तार के छठवें दिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रियों को विभाग बांट दिए। अखिलेश ने खुद के सात और अपने चाचा मंत्री शिवपाल सिंह यादव के दो विभाग कम करते हुए उन्हें नए मंत्रियों को दे दिया है। भूतत्व एवं ख्रनिकर्म विभाग के मंत्री पद से बर्खास्तगी के बाद फिर मंत्रिमंडल में शामिल हुए गायत्री प्रजापति को अब परिवहन जैसा अहम विभाग सौंपा गया है जबकि महबूब अली का कद बढ़ाते हुए उन्हें एक अतिरिक्त विभाग दिया गया है।

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अखिलेश यादव ने 26 सितंबर को मंत्रिमंडल का आठवां विस्तार कर तीन मंत्रियों को शामिल किया था। विस्तार में छह मंत्री प्रोन्नत किये गये थे और एक नए मंत्री को कैबिनेट में स्थान मिला था। पांच दिनों से विभागों का इंतजार कर रहे इन मंत्रियों को छठवें दिन मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर राज्यपाल राम नाईक ने विभागवार कार्य आवंटित कर दिए। मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने देर शाम अधिसूचना भी जारी कर दी। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, इलेक्ट्रानिक्स एवं प्रौद्योगिकी, कर एवं निबंधन जैसे महत्वपूर्ण विभागों का बोझ कम करने के साथ ही शिवपाल से समाज कल्याण विभाग वापस ले लिया। शिवपाल को यह विभाग 17 सितंबर को सौंपा गया था। ऐसे में अब जहां मुख्यमंत्री के पास 41 वहीं शिवपाल के पास 12 विभाग रह गए हैं। राम गोविंद चौधरी से अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण एवं सैनिक कल्याण वापस लिया गया है।
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स्वास्थ्य विभाग में अब दो मंत्री

समाजवादी सरकार में यह पहला मौका है कि जब स्वास्थ्य विभाग को हो हिस्सों में बांटकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण एवं मातृ शिशु कल्याण विभाग के लिए अलग-अलग मंत्री नियुक्त किये गये हैं। अखिलेश यादव नेसत्ता संभालने पर अहमद हसन को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सौंपा था। फरवरी 2015 में हुए फेरबदल में मुख्यमंत्री ने यह विभाग अपने पास रख लिया। 27 जून के सातवें विस्तार में रविदास मेहरोत्रा को स्वतंत्र प्रभार का मंत्री नियुक्त कर उन्हें परिवार कल्याण एवं मातृ शिशु विभाग दिया गया था। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मुख्यमंत्री ने अपने पास रखा था। अब यह विभाग शिवाकांत ओझा को दिया गया है जबकि रविदास भी प्रोन्नत होकर मंत्री हो गए हैं। जिससे विभाग में दो मंत्री हो गये हैं हालांकि कामकाज के बंटवारा बिल्कुल स्पष्ट है। ध्यान रहे, इससे पहले बसपा सरकार में स्वास्थ्य विभाग में भी दो मंत्री हो गए थे। एक का कार्यभार अनंत मिश्र उर्फ अंटू के पास था और दूसरे का जिम्मा बाबू सिंह कुशवाहा के पास था। दोनों के खिलाफ एनआरएचम (अब एनएचएम) घोटाले की सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कर रखी है।

पुरानों को नया विभाग

मुख्यमंत्री ने आज जिन तीन मंत्रियों को दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल करने के बाद कार्य भार बांटा है, उन्हें पूर्व के विभागों से दूर गया है। बर्खास्तगी के 15वें दिन मंत्रिमंडल में वापसी करने वाले गायत्री को भूतत्व एवं खनिकर्म के स्थान पर परिवहन मिला है। तीन माह बाद वापसी करने वाले मनोज पांडेय सबसे पहले कृषि राज्य मंत्री थे, लोकसभा चुनाव से पहले कृषि मंत्री बने। चुनाव बाद उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग दिया गया। 27 जून को बर्खास्तगी के बाद वापसी करने पर उन्हें इलेक्ट्रानिक्स एवं आइटी विभाग ही मिल पाया। ऐसे ही तकनीकी शिक्षा के मंत्री रहते हुए फरवरी 2015 में बर्खास्त शिवाकांत ओझा को वापसी के बाद पुराना विभाग नहीं मिला। अलबत्ता चिकित्सा एवं स्वास्थ्य जैसा चुनौती पूर्ण विभाग दिया गया है।

मंत्रिमंडल की स्थिति

मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट मंत्री - 33
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार - 09
राज्यमंत्री - 19
कुल मंत्रियों की संख्या - 60
मुख्यमंत्री और मंत्रियों के विभाग
1- अखिलेश यादव

सामान्य प्रशासन, सचिवालय प्रशासन, गृह, गोपन, सतर्कता, नियुक्ति, कार्मिक, सूचना, निर्वाचन, वित्त, संस्थागत वित्त, न्याय, विधायी, नियोजन, प्रोटोकाल, नागरिक उड्डयन, राज्य संपत्ति, आबकारी, मद्य निषेध, ऊर्जा, औद्योगिक विकास, एनआरआइ, जंतु उद्यान, आवास एवं शहरी नियोजन, नगर भूमि, उप्र पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, पर्यावरण, कार्यक्रम कार्यान्वयन, राष्ट्रीय एकीकरण, अवस्थापना, समन्वय, भाषा, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात, कृषि विपणन, वाह्यï सहायतित परियोजना, समग्र्र ग्र्राम विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत, लोक निर्माण

2- मो.आजम खां

संसदीय कार्य, मुस्लिम वक्फ, नगर विकास, जल संपूर्ति, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन, शहरी समग्र्र विकास, अल्पसंख्यक कल्याण, हज

3- शिवपाल सिंह यादव

भूमि विकास एवं जल संसाधन, परती भूमि विकास, सिंचाई, सिंचाई (यांत्रिक), बाढ़ नियंत्रण, राजस्व, अभाव, सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबंधन, सहकारिता, चिकित्सा शिक्षा, आयुष

4- अहमद हसन

बेसिक शिक्षा

5- अवधेश प्रसाद

होमगार्ड्स, प्रांतीय रक्षक दल

6- ओमप्रकाश सिंह

पर्यटन

7- पारसनाथ यादव

ग्र्रामीण अभियंत्रण सेवा

8- रामगोविंद चौधरी

पंचायती राज

9- दुर्गाप्रसाद यादव

वन

10-ब्रह्मïशंकर त्रिपाठी

खादी, ग्र्रामोद्योग

11- राजेंद्र चौधरी

राजनीतिक पेंशन

12- राममूर्ति वर्मा

दुग्ध विकास

13- रघुराज प्रताप सिंह

स्टांप तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन, नागरिक सुरक्षा

14- इकबाल महमूद

खाद्य एवं औषधि प्रशासन

15- महबूब अली

रेशम, वस्त्रोद्योग, अर्थ एवं संख्या, लघु सिंचाई

16- शाहिद मंजूर

श्रम, सेवायोजन

17- अरविंद कुमार सिंह गोप

ग्र्राम्य विकास

18- कमाल अख्तर

खाद्य एवं रसद

19- विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह

कृषि (कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात एवं कृषि विपणन को छोड़कर), कृषि शिक्षा, कृषि अनुसंधान

20- बलवंत सिंह रामूवालिया

कारागार

21- साहब सिंह सैनी

पिछड़ा वर्ग कल्याण, विकलांग जन विकास

22- बलराम यादव

माध्यमिक शिक्षा

23- नारद राय

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

24- जियाउद्दीन रिजवी

पशुधन

25- गायत्री प्रसाद प्रजापति

परिवहन

26- मनोज कुमार पांडेय

इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी

27- शिवाकांत ओझा

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

28- रियाज अहमद

मत्स्य, सार्वजनिक उद्यम

29- यासर शाह

कर एवं निबंधन (व्यापार कर)

30- रविदास मेहरोत्रा

परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण

31- अभिषेक मिश्र

व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास

32- नरेंद्र वर्मा

गन्ना विकास, चीनी मिलें

33- शंखलाल माझी

समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, सैनिक कल्याण
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