Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

अब UP में बिना फेस के चुनाव में उतर सकती है भाजपा

अब UP में बिना फेस के चुनाव में उतर सकती है भाजपा
X

पीओके में घुसकर आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक 2017 के विधानसभा चुनाव में भगवा ब्रिगेड के लिए संजीवनी बन सकती है। उड़ी के आतंकी हमले में 18 जवानों की शहादत के बाद फजीहत झेल रही केंद्र सरकार को इस अटैक पर व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।



सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश में जिस का माहौल बना हुआ है यदि वह कायम रहा तो प्रदेश में भाजपा के लिए सीएम का चेहरा बड़ा मुद्दा नहीं रहेगा। भाजपा, पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ सकती है। पाकिस्तान को सार्क ही नहीं अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग करने के बाद पीओके में कार्रवाई के बाद मोदी का कद बढ़ा है।

बाहरी नेताओं के सहारे रण जीतने की रणनीति
चुनावी तैयारी में जुटी भाजपा अभी तक प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा पेश करने में नाकाम रही है। दूसरे दलों से आयातित नेताओं के सहारे विधानसभा की वैतरणी पार करने की तैयारी चल रही है।

कई विधायकों, पूर्व विधायकों समेत दूसरे दलों के दर्जनों प्रमुख नेता भाजपा में आ चुके हैं। उन्हें टिकट दिए जाने पर विरोध की संभावना थी, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक से बने माहौल ने पार्टी की राह आसान कर दी है।

कूटनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान को मात देने के साथ ही पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी शिविरों को नष्ट करने की कार्रवाई ने मोदी व केंद्र सरकार को फ्रंट फुट पर ला दिया है। भाजपा नेता विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इसे अपने अनुकूल मान रहे हैं। उनके चेहरे खिले हुए हैं।

सर्जिकल स्ट्राइक का सबसे मुखर समर्थन, भाजपा के निशाने पर रहने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने किया। वे देश के रक्षा मंत्री रह चुके हैं और आतंकवाद और देश की सुरक्षा के मुद्दे पर लगातार बोलते रहे हैं। दूसरे दलों ने भी सेना की सराहना की है।

युद्ध के माहौल से ध्रुवीकरण में होगी आसानी
भाजपा ने 2014 का लोकसभा चुनाव वोटों के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आधार पर जीता था। मुजफ्फरनगर दंगों के बाद हुए चुनावों में पश्चिमी यूपी से बने माहौल ने पूरे प्रदेश में लाभ पहुंचाया। अब युद्ध जैसे हालात से देशभक्ति का जज्बा वोटों के ध्रुवीकरण में मददगार हो सकता है।

Next Story
Share it