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आखिरी जनता दरबार में बेटी के साथ पहुंचे अखिलेश, सुनीं लोगों की समस्याएं
BY Suryakant Pathak29 Sep 2016 6:17 AM GMT

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Suryakant Pathak29 Sep 2016 6:17 AM GMT
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को अपने आखिरी जनता दरबार के माध्यम से लोगों से मिले जहां उन्होंने उनकी शिकायतें सुनी। जनता दरबार 5 काली दास मार्ग स्थित सीएम आवास पर लगाया गया। सीएम अखिलेश ने यहां जनता की शिकायतें सुनकर और उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेशित कर रहे थे। जनता से मिलने बेटी के साथ पहुंचे अखिलेश अखिलेश इस दिन बिल्कुल अलग अंदाज में नजर आए। उनके साथ उनकी बेटी भी थी। वे अपनी बेटी के साथ भीड़ के बीच में जाकर लोगों से मिले। जानकारी के लिए बता दें कि आज जनता दर्शन आखिरी था। चुनावों की तैयारियों के चलते अब मुख्यमंत्री का जनता दरबार बंद कर दिया जाएगा। आखिरी जनता दरबार की वजह से जमा भारी भीड़ चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता दरबार के माध्यम से लोगों की शिकायतें सुनीं। आखिरी जनता दरबार होने की वजह से सीएम आवास के बाहर लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई। मुख्यमंत्री से अपनी शिकायत पहुंचाने के लिए होड़ सी लग गई तथा अधिक भीड़ हो जाने से लोगों में धक्का मुक्की की भी नौबत आ गई। क्या है जनता दरबार? अखिलेश यादव ने सीएम बनते ही लोगों की शिकायतेें सुनने के लिए जनता दरबार लगाने का फैसला लिया था। जिसकी शुरुआत 2012 में 18 अप्रैल को हुई थी। जनता दरबार के जरिए आम लोग भी मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी शिकायतें सुनाते थे। यह हर हफ्ते बुधवार को 9 बजे से 11 बजे तक लगता है। अखिलेश यादव यहां लोगों की शिकायतें सुनकर अधिकारियों को समस्या समाधान करने का निर्देश देते थे। मायावती के शासनकाल में जनता दरबार बंद जानकारी के लिए बता दें कि मायावती के शासनकाल में जनता दरबार बंद कर दिया था जिसके बाद अखिलेश यादव ने सीएम की कुर्सी हासिल करने के बाद शुरू किया।
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