अपराधियों को जेल में डाले सरकार : चुनाव आयुक्त नसीम जैदी
BY Suryakant Pathak27 Sep 2016 5:31 AM GMT

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Suryakant Pathak27 Sep 2016 5:31 AM GMT
प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने आए केंद्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार को जिले के डीएम-एसएसपी, आईजी और डीआईजी के साथ बैठक कर निष्पक्ष व भयमुक्त चुनाव कराने के लिए वातावरण बनाने को कहा।
साथ ही, अपराधियों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे करने और गड़बड़ी फैलाने वालों के खिलाफ गैंगस्टर व गुंडा एक्ट तामील करने पर जोर दिया।
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नसीम जैदी अपनी पूरी टीम के साथ प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को लखनऊ आए। सोमवार को दूसरे दिन विधान भवन के तिलक हाल में सभी जिला निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, आईजी व डीआईजी को चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए बुलाया गया।
इस दौरान सीईसी ने कहा कि चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वालों की अभी से पहचान कर उन्हें शांतिभंग की आशंका में पाबंद किया जाना चाहिए। खासतौर पर जिन अपराधियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हैं, उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए और जमानत पर जेल से बाहर होने वालों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चलाएं जागरुकता अभियान
आयोग ने हाल ही में बंद एनबीडब्ल्यू अपराधियों का ब्यौरा भी जिलों से तलब किया है। आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और 18 वर्ष के सभी युवाओं को मतदाता बनाने, महिला-पुरुष मतदाताओं का अनुपात ठीक करने और महिलाओं को वोटर बनाने पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया।
बैठक में निर्वाचन आयुक्त एके जोती, निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत, उपनिर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा, उप निर्वाचन आयुक्त विजय कुमार देव, महानिदेशक निर्वाचन दिलीप शर्मा, निदेशक निर्वाचन आयोग निखिल कुमार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी वेंकटेश, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल गर्ग, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमृता सोनी, पीके पांडेय आदि शामिल रहे।
वोटर फ्रेंडली बनाएं पोलिंग बूथ
चुनाव आयोग ने कहा कि सूबे में जितने भी पोलिंग बूथ हैं, उनमें न्यूनतम मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराकर उन्हें वोटर फ्रेंडली बनाएं। साथ ही, दिव्यांगों के लिए रैंप की व्यवस्था भी हो। हर बूथ पर शौचालय व पेयजल के साथ बिजली का भी समुचित इंतजाम सुनिश्चित करें।
सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जोर
चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि वे वोटरों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करें और मतदाता सूची में संशोधन कर इसकी जानकारी सबको दें।
लेखपालों की हड़ताल का अभियान पर पड़ा असर
जिला निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि हाल में नए मतदाताओं को वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है, लेकिन इस पर लेखपालों की हड़ताल का खासा असर पड़ा है।
कई स्थानों पर तो बीएलओ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी हड़ताल पर रही हैं। इसलिए मतदाता पुनरीक्षण का अभियान थोड़ा पिछड़ा है। अब हड़ताल खत्म हो गई है तो अभियान भी तेज हो जाएगा।
अवैध शराब के खिलाफ चलाएं अभियान
आयोग ने कहा कि चुनाव के समय अवैध शराब की खपत काफी बढ़ जाती है, इसको देखते हुए जिलों में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाकर छापामारी की जानी चाहिए। इसके अलावा, अवैध शस्त्रों के खिलाफ भी अभियान जरूरी है।
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