सत्ता संग्राम का जमीन पर प्रभाव, अमर का पुतला फूंका गया और नेताजी ने रैली रद्द की
लखनऊ : समाजवादी परिवार के सत्ता संग्राम का जमीन पर प्रभाव दिखना शुरू हो गया है। छह अक्टूबर को आजमगढ़ में जिस रैली के जरिये सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को विधानसभा चुनाव अभियान का आगाज करना था, वह रैली स्थगित कर दी गई है। नई तिथि अभी घोषित नहीं की गई है, अंदेशा है कि अब किसी दूसरे स्थान से चुनावी अभियान शुरू होगा।
आजमगढ़ की रैली के जरिये मुलायम सिंह यादव को चुनावी अभियान का आगाज करना था, जिसके लिए कई दौर की बैठक हुई। हमेशा की तरह मंत्री बलराम यादव को रैली का जिम्मा सौंपा गया था।
12 सितंबर से समाजवादी परिवार में सत्ता संग्राम शुरू हो गया, जिस पर विराम के बाद गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने रैली की तैयारियों की और उसकी जानकारी भी मुख्यमंत्री को उपलब्ध कराई। इस बीच आजमगढ़ के एक मशहूर कॅालेज के कुछ छात्रों ने पुराने कलेक्ट्रेट के पास नवनियुक्त महासचिव अमर सिंह का पुतला फूंका और उनके विरोध में नारेबाजी भी की। मुखिया मुलायम सिंह यादव को इसकी जानकारी उपलब्ध कराई गई। सूत्रों का कहना है कि पुतला फूंके जाने से नाराज मुलायम ने शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव और रैली के प्रभारी मंत्री बलराम यादव से प्रकरण की ब्योरा मांगा। उन्हें बताया गया कुछ छात्रों ने अमर सिंह का पुतला फूंका है मगर वे पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे। इस पर मुलायम ने रैली स्थगित करने का फैसला सुनाया।