सपा विधायक ने प्रो ० रामगोपाल के खिलाफ खोला सीधा मोर्चा, लगाए गंभीर आरोप

समाजवादी पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही। रामगोपाल यादव के भांजे अरविंद यादव को गलत कामों के चलते निकाले जाने के बाद अब एटा के सदर विधायक आशीष यादव ने रामगोपाल यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रोफेसर की जमकर खिलाफत की और कहा कि उनके संरक्षण में अवैध काम और शराबखोरी चल रही है साथ ही वह कार्यकर्ताओं को गुमराह करने का काम भी कर रहे हैं।
इतना ही नहीं आशीष का कहना है, प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने नेताजी को गुमराह करके एटा, इटावा, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, फिरोजबाद, आगरा, अलीगढ़, कासगंज, मेरठ, गाजियाबाद एवं नोएडा में मनचाहे अधिकारियों को पोस्टिंग करवाई है ताकि उनके गुर्गे अवैध काम, बेशकीमती जमीनों पर कब्जा, भूमाफियागीरी और अवैध शराब की तस्करी आसानी से कर सकें।
उन्होंने कहा कि गलत काम करके खूब कमाई हो रही है और चार साल में प्रोफेसर रामगोपाल के गुर्गों की हैसियत अरबों की हो गई है।
आशीष ने शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बधाई दी साथ ही कहा कि अखिलेश ही 2017 में मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि हर समाजवादी मुलायम सिंह, अखिलेश और शिवपाल को ही अपना नेता मानता है।
छवि खराब करने वाले होंगे बाहर
आशीष ने कहा कि कार्यकर्ताओं से भी अपील की कि रामगोपाल यादव की बातों से भ्रमित न हों, हम सभी नेताजी में आस्था रखते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की छवि खराब करने वाले और गलत काम करने वाले लोगों की जांच कर उन्हें बाहर किया जाएगा।
बता दें कि बुधवार को मैनपुरी में रामगोपाल यादव के भांजे अरविंद यादव के नेतृत्व में पार्टी से जुड़े सवा सौ से ज्यादा लोगों ने इस्तीफे दे दिए थे। बीते दिनों एमएलसी अरविंद यादव को पार्टी से निकाले जाने के विरोध में ये कदम उठाया गया था।
वहीं आज करहल में पूर्व एमएलसी सुभाष यादव, पूर्व विधायक अनिल यादव और पूर्व विधायक मानिकचंद यादव ने प्रेस कान्फ्रेंस करके इस्तीफा देने वालों से कहा कि वे पार्टी के साथ पदों से भी इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि जितने लोगों ने पार्टी छोड़ी है सभी भूमि, शराब और गल्ला माफिया हैं।