बहिनजी के राजदार पदम् सिंह बने नमो के सिपाही

चार साल पहले रिटायर होने के बाद से पदम् सिंह का कोई अता पता नहीं था. .. कुछ दिनों तक वे बहिनजी के साथ देखे गए… लेकिन फिर अचानक गायब हो गए… पदम् सिंह को लगा रिटायर होने के बाद उनकी 'सेवा' के बदले मायावती उन्हें MLC बना देंगी… लेकिन ऐसा नहीं हुआ… फिर वे वापस अपने घर आगरा चले गए…. और अब स्वामी प्रसाद मौर्या की मदद से बीजेपी में चले आये… मौर्या भी बीस सालों तक बीएसपी के बड़े नेता रहे…
मायावती के अलावा पदम् सिंह यूपी के कई और भी मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा में रहे. ..एनडी तिवारी, कल्याण सिंह से लेकर मुलायम सिंह यादव के वे बॉडीगार्ड रहे… दलित समाज के पदम् सिंह 1975 में पुलिस सेवा में भर्ती हुए… असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के रूप में उन्होंने नौकरी शुरू की… पहले वे इन्टेलिजेन्स पुलिस में थे… बहादुरी के लिए पदम् सिंह को राष्ट्रपति का मैडल भी मिल चुका है… डीएसपी बन कर वे नौकरी से रिटायर हुए… ..वे भले ही अब नौकरी में नहीं हैं…बोले "वैसे तो हमारे पास बहिनजी के कई राज हैं, लेकिन इन्हें राज ही रहने दूंगा"…..