डेंगू हो गया.... हौसला दिखाएं, जैसा वकार अहमद ने दिखाया

लखनऊ : प्रदेश में लगातार बढ़ रहे मरीजों को देखकर अदालत व मुख्य सचिव चिंतित हो उठे हैं। इसके विपरीत स्वास्थ्य विभाग से जुड़े डॉक्टर एसजीपीजीआइ तक की रिपोर्ट को झुठला रहे हैं। इन लोगों ने मंत्री तक को अपने समर्थन में कर लिया है और वे तथ्य छिपाने में जुटे हैं। प्रदेश में डेंगू के दस हजार से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं और सौ से अधिक जानें जा चुकी हैं। इसके विपरीत स्वास्थ्य विभाग तीन हजार मरीजों व महज तीन मौतों तक रुका हुआ है। डेंगू हो गया..अब क्या होगा। इस 'घबराहट ' को हावी न होने दें। हौसला दिखाएं, जैसा वकार अहमद ने दिखाया। डेंगू पीड़ित वकार ने सोमवार को अस्पताल में निकाह की रस्म अदा की तो सभी उसके हौसले की दाद देने लगे।
दरअसल, आंबेडकर नगर निवासी वकार अहमद का निकाह जलालपुर, अम्बेडकर नगर के निवासी फातिमा नाज़िश से होना था। एक दिन पहले घर में मांझा की रस्म हुई लेकिन शाम को वह बीमार हो गए। पता चला डेंगू है। एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। निकाह पर संकट आ गया। सवाल उठा, अब क्या करें। पिता एजाज ने खुर्रमनगर निवासी वधू पक्ष से संपर्क साधा और पूरा वाकया बताया। ऐसे में लड़की के पिता राशिद ने डॉक्टरों से मशविरा लिया, मगर हालत ठीक न होने पर वकार को घर ले जाने की इजाजत नहीं मिली। लिहाजा, परिवारीजन वर-वधू से मशविरा कर अस्पताल में निकाह करने के लिए रजामंद हुए। अस्पताल प्रबंधन से अनुमति लेकर सोमवार शाम को वार्ड में ही वकार व फातिमा ने एक-दूसरे को कबूल किया।
अस्पताल के वार्ड में निकाह की रस्म रात साढ़े आठ बजे शुरू हुई, जो साढ़े दस बजे तक चली। मौलवी उबैद अहमद की मौजूदगी में निकाहनामा पर बेड पर भर्ती दूल्हे वकार अहमद ने दस्तखत किए। इसके बाद तय शादी स्थल कुर्सी रोड इंपीरियर पैलेस में दावत का देर रात तक सिलसिला चला। 1वार्ड में निकाह के दौरान जहां पांच से छह पारिवारिक लोग मौजूद थे, वहीं दावत में 200 से अधिक रिश्तेदारों ने शिरकत की।