परिवार की लड़ाई यूपी के विकास पर डाल रही है प्रतिकूल प्रभाव: नीतीश
BY Suryakant Pathak19 Sep 2016 5:32 AM GMT

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Suryakant Pathak19 Sep 2016 5:32 AM GMT
देवरिया: जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाजवादी पार्टी पर अपरोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में एक परिवार की लड़ाई सरकारी कामकाज को प्रभावित कर रही है। नीतीश कुमार देवरिया से 30 किलोमीटर दूर पथरदेवा में गोरखपुर मण्डल के कार्यकर्त्ता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य में स्वार्थ के लिए परिवार की लड़ाई में सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है। इससे वहां की जनता विकास कैसे होगा। यह विचारणीय प्रश्न है।
उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के लिए जनाधार बढ़ाने की कवायद में उन्होने कहा कि पूर्वांचल और उत्तरी बिहार की बोलचाल और संस्कृति एकसमान है और अगर पूर्वांचल की जनता आने वाले चुनाव में जनता दल यूनाइटेड को भारी मतों से जिताती है तो यहां भी बिहार के तर्ज पर विकास किया जाएगा। उन्होंने दावा किया बिहार में समतामूलक समाज की स्थापना कर समाज के हर तबके का विकास हो रहा है और कल्याणकारी योजनाएं परवान चढ़ रही है। हमारी सरकार ने समाज के अन्तिम पायदान में खड़े लोगों के विकास के लिए काम रही है।
नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी पहली वरीयता सबका साथ न्याय के साथ विकास करने की है और आज बिहार विकास के मामले में नया आयाम लिख रहा है। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार ने पंचायत, नगर निकाय आदि में पचास फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है। बिहार में लड़कियां कक्षा 5 के बाद अपनी गरीबी के कारण स्कूल नहीं जाती थी। इसका मुख्य कारण गरीब माता पिता बड़ी हो रही लड़कियों को कपड़े नहीं दे पा रहे थे।
हमारी सरकार ने लड़कियों को पढ़ाने के लिए पोशाक योजना शुरू की और कक्षा 6 की लड़कियों को पोशाक योजना के तहत कपड़े दिए जा रहे हैं। कक्षा 9 की लड़कियों को पढऩे के लिए सायकिल योजना के तहत साइकिलें दी जा रही हैं। जिससे वे आज साइकिल से अपने स्कूलों को जा रही हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि हम जुबान से नहीं कार्य से विकास करते हैं। आज बिहार विकास के मामले में नया आयाम लिख रहा है।
उन्होंने एक जुमला सुनाते हुए कहा कि पहले जहां जब तक सड़क ठीक रहती तो लोग कहते थे कि हम उत्तर प्रदेश में चल रहे हैं और सड़क खराब मिलते ही लोग कहने लगते थे कि हम बिहार में आ गए हैं। लेकिन अब यह धारणा लोगों की बदल गई है। अच्छी सड़कों से बिहार की पहचान हो रही हैं। बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागूकर एक इतिहास रचा गया है। पहले शराब बंदी से पूर्व बिहार में शाम को कौतूहल और अशांति देखने को मिलती थी लेकिन अब बिहार में शाम को शांति और खुशनुमा माहौल देखने को मिलता है।
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