नेताजी को याद आया 'अमर प्रेम', कहा- हमेशा साथ दिया

भले ही यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुले तौर पर परिवार में हुए सत्ता संघर्ष के लिए अमर सिंह को दोषी ठहराया हो पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अमर सिहं की फिर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अमर सिंह ने उनका हमेशा ही साथ दिया है। यहां तक कि एक केस में उन्हें जेल भेजने तक की तैयारी है, लेकिन इस मामले में अमर सिंह ने ही पैरवी की।
उन्होंने कहा कि अमर सिंह को उन्होंने क्या दिया? फिर बताया कि उन्हें राज्यसभा भेजा वो तो कोई भी कर सकता था। सपा सुप्रीमो ने ये बयान उस समय दिया जब पारिवारिक कलह के पीछे पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने सीधे तौर पर अमर सिंह को जिम्मेदार ठहराया था, जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश ने भी परोक्ष रूप से उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
एक चैनल को दिए गए अपने इंटरव्यू में सीएम अखिलेश ने तो यहां तक कह दिया कि वह उन्हें 'अंकल' नहीं कहेंगे। इसके पहले शिवपाल के साथ विवाद शुरू होने पर ही उन्होंने कहा था कि 'बाहरी' की बात मानेंगे तो पार्टी कैसे चलेगी?
अखिलेश के अलावा पार्टी महासचिव रामगोपाल ने सीधे तौर पर कहा था कि अमर सिंह सिर्फ अपना काम बनवाना चाहते हैं बाकी पार्टी जाए भाड़ में। अमर को पार्टी से कोई लगाव नहीं है।रामगोपाल ने कहा कि अमर ने मुलायम के सरल स्वभाव का फायदा उठाया और अपना काम निकलवा लिया।
रामगोपाल के अलावा अमर के सबसे बड़े दुश्मन कहे जाने वाले कैबिनेट मंत्री आजम खां ने भी अमर पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक शख्स क्यूं हर मामले पर सफाई दे रहा है, मैंने उसका नाम नहीं लिया, सीएम ने उनका नाम नही लिया। उन्होंने मामले पर चोर की दाढ़ी में तिनका कहावत का प्रयोग किया था।
सीएम अखिलेश, रामगोपाल व आजम खां के उलट मुलायम की तरह ही शिवपाल यादव ने भी अमर सिंह का बचाव किया था और कहा था कि अमर कभी भी झगड़ा नहीं लगा सकते। मुझे उन पर पूरा भरोसा है, वो कभी भी हमारे परिवार का नुकसान नहीं कर सकते।
इन हालात में जब सपा सुप्रीमो ने अमर की और उन्हें मुश्किल वक्त में साथ देने वाला बताया। ऐसे में यही कहा जा सकता है कि इतने विवाद के बावजूद सपा सुप्रीमो ने अमर को क्लीन चिट दे दी और अब भी उनके लिए मुलायम के दिल में प्रेम कम नहीं हुआ है।