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उत्तर प्रदेश

समर्थक शांत रहें, साजिश करने वालों से युवा निपटेंगेः अखिलेश

समर्थक शांत रहें, साजिश करने वालों से युवा निपटेंगेः अखिलेश
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज सुबह से लखनऊ स्थित सपा कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर रहे अपने समर्थकों से शांत बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को दिए संदेश में कहा है कि मैं आप सभी की भावनाओं का सम्मान करता हूं, लेकिन नेताजी का फैसला मेरे लिए सर्वोपरि है। नेताजी का फैसला मुझे स्वीकार है और हम उसके साथ हैं।

उन्होंने आगे कहा है कि हमें नेताजी का सम्मान करना चाहिए और पार्टी का पैसला मानना चाहिए। किसी का नाम लिए बिना अखिलेश ने कहा है कि बहुत सारे दल के लोग साजिश कर रहे हैं, नौजवान उनसे निपट लेंगे। आने वाले समय में हम उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे। नौजवान इसमें सहयोग दें। कोई भी कार्यकर्ता प्रदर्शन नहीं करेगा।

बता दें कि अखिलेश के समर्थन में समाजवादी पार्टी के यूथ विंग के कार्यकर्ता आज सुबह से ही नारेबाजी कर रहे हैं। ये कार्यकर्ता अखिलेश को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ शिवपाल के समर्थकों ने भी लखनऊ में जमकर नारेबाजी की है।

समाजवादी पार्टी के सभी अनुषांगिक संगठनों के अध्यक्षों ने कहा है कि वह शिवपाल के साथ काम नहीं करेंगे। मुलायम तुरंत ही अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष बनाए। नहीं तो हम सब सामूहिक इस्तीफा देंगे। इन अनुषांगिक संगठनों में समाजवादी युवजन सभा, समाजवादी छात्र सभा, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड और लोहिया वाहिनी शामिल हैं।

इस बीच मुलायम यूथ ब्रिगेड ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दोबारा यूपी समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग की है। मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष मोहम्मद इबाद के मुताबिक अखिलेश को तुरंत प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। हम मुलायम और अखिलेश के साथ काम करना चाहते हैं। पूरा राज्य और यूवा सीएम अखिलेश को ही चाहते हैं। वहीं समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष ब्रजेश यादव ने आईबीएन7 से कहा है कि अखिलेश को तुरंत प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। साथ ही उन्होंने कहा है कि ऐसा न होने पर वह इस्तीफा दे देंगे।

अखिलेश के समर्थक डिंपल और अखिलेश के पोस्टर लेकर उन्हें दोबारा प्रदेश अध्यक्ष पद देने और उनके 'सम्मान वापसी' की मांग कर रहे हैं। समर्थकों का कहना है कि नेताजी (मुलायम सिंह) ने सबका सम्मान वापस दिलवाया तो उन्हें अखिलेश यादव का सम्मान भी वापस दिलवाना चाहिए।

वहीं शिवपाल के समर्थक उनके घर पर एकजुट हो रहे हैं। और एसपी दफ्तर में शिवपाल के समर्थक भी मौजूद हैं। उन्होंने शिवपाल के समर्थन वाली टीशर्ट पर लिखे स्लोगन की टीशर्ट पहनी हुई हैं, जिसमें शिवपाल के समर्थन में स्लोगन लिखे हुए हैं। ये कार्यकर्ता शिवपाल के समर्थन में नारे लगा रहे हैं।

सपा में उभरे इस सियासी घमासन ने विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया है। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह स्थिति उनके लिए चेहरा ढोने वाली जैसी है। जब उनके घर की कानून व्यवस्था खराब है तो वह प्रदेश को कानून व्यवस्था क्या देंगे। पहले यह ये चाचा-भतीजा तय कर लें कि कौन किस ग्रूप में है?

वहीं बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा है कि यूपी की जनता के साथ विश्वासघात हुआ है। 2012 में लोगों को लूटा गया है और फिर 2017 में लूटने की तैयारी है। बीजेपी ऐसा नहीं होने देगी। 2017 बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने चाचा-भतीजे के विवाद पर कहा है कि एक बार शीशा टूट जाता है तो फिर जुड़ता नहीं है।

आपको बता दें कि मुलायम सिंह के कहने पर अखिलेश यादव चाचा शिवपाल यादव को उनके मंत्रालय लौटाने पर सहमत हो गए हैं, लेकिन अभी तक साफ नहीं हुआ है कि अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष पद लौटाया नहीं जाएगा।

गौरतलब है कि पार्टी और सरकार के बीच घमासान रोकने के लिए शुक्रवार को मुलायम सिंह ने शिवपाल यादव के सभी विभाग वापस करने की घोषणा की थी। इसके साथ ही पिछले दिनों सरकार से बर्खास्त किए गए मंत्री गायत्री प्रजापति को फिर से सरकार में लेने की घोषणा भी की थी। मुलायम के इस ऐलान के बाद अखिलेश ने देर रात शिवपाल के सभी विभाग वापस करने का आदेश जारी कर दिया था।

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