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शिवपाल बोले- अखिलेश को अनुभव कम है वे मुझसे और नेताजी से सीखें, अमर सिंह का भी किया बचाव
BY Suryakant Pathak16 Sep 2016 4:05 PM GMT

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Suryakant Pathak16 Sep 2016 4:05 PM GMT
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने शुक्रवार को अमर सिंह का खुलकर बचाव करते नजर आए. उन्होंने कहा अमर सिंह न ही पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं और न ही परिवार में झगड़ा लगा सकते हैं. शिवपाल ने कहा उनका और नेताजी (मुलायम) का अमर सिंह पर पूरा भरोसा है. उन्होंने मुख्यमंत्री अख्िालेश यादव के बारे में कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने से अहम आता है, लेकिन इसे नियंंत्रित करके रखना होता है.
पांच दिन से चल रहे राजनीतिक उठा-पटक के बीच ईटीवी/प्रदेश18 के स्टूडियो में पहुंचे शिवपाल यादव ने खुलकर सभी सवालों के जवाब दिए.
जब उनसे पूछा गया कि क्या अमर सिंह समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'मैं नहीं मानता कि अमर सिंह से पार्टी को नुकसान पहुंच सकता है. मेरा और नेताजी का उनपर पूरा भरोसा है. कुछ लोग तो अखिलेश के आस-पास भी होंगे जो भड़काते होंगे.'
सीएम की कुर्सी पर बैठने वालों को घमंड नहीं करना चाहिए
एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा, 'मैंने अपने जीवन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कई लोगों को बैठे देखा है. सीएम की कुर्सी पर बैठने वाले को अहम नहीं होना चाहिए. अखिलेश को अभी अनुभव कम है. पढ़े लिखे होने का यही मतलब होता है कि अक्ल होनी चाहिए. अखिलेश को बड़ों से सीखना चाहिए. नेताजी से सीखें, मुझसे सीखें.'
उन्होंने कहा उनकी कभी यह लालसा नहीं रही की वे मुख्यमंत्री बनें. न चार साल पहले थी और न ही आज है. अगर बहुमत मिला तो अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे. इससे पहले अखिलेश ने कहा था असली झगड़ा कुर्सी का है.
मैंने कब कहा मैं टिकट बाटूंगा?
शिवपाल ने कहा, "मैंने कभी नहीं कहा कि मैं टिकट बाटूंगा. प्रदेश अध्यक्ष कोई भी हो, टिकट नेताजी ही बाटेंगे. नेताजी का ही फैसला सबको मान्य है और पटी में किसी की हैसियत नहीं कि उनके फैसले को न माने."
गौरतलब है कि सुबह इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्हें भी टिकट बंटवारे का अधिकार मिलना चाहिए.
अखिलेश मेरे बेटे जैसा, उसका पालन-पोषण किया
शिवपाल ने कहा, "अखिलेश बचपन से ही मेरे साथ रहा है, मेरे सामने पढ़ा लिखा है और बड़ा हुआ है. अखिलेश मेरा भतीजा है और बेटे जैसा है. मैंने उसका पालन-पोषण किया है. उससे मेरा कोई कम्पटीशन नहीं है, परिवार में कोई झगड़ा नहीं है."
नेताजी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है, मंत्री पद कोई भी ले ले
शिवपाल ने कहा, "चुनाव नजदीक है, नेताजी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. संगठन को मजबूत करना है और 2017 में प्रचंड बहुमत की सरकार बनानी है. एक ही विभाग मेरे पास है, उसे कोई भी ले ले क्या फर्क पड़ता है. मैंने पिछले साढ़े चार साल में इतना काम कर दिया है कि अब मेरी जरुरत नहीं है."
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