अमर सिंह पर बोले आजम- जिसकी इज्जत होती है, उसी की बेइज्जती होती है...
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आजम खान शुक्रवार को मथुरा पहुंचे, जहां उन्होंने गोवर्धन में शंकराचार्य अधोक्षजानंद महाराज की गौशाला का उद्घाटन किया। इस मौके पर मीडिया से रूबरू हुए आजम खान ने सपा परिवार में चल रही खींचतान पर कहा कि ये बड़े लोगों की लड़ाई का मामला है बड़े लोग जानें। सही गलत पर कहा कि यह मुगल शासन तो है नहीं। नेताजी सबसे बड़े हैं, वही तय करेंगे। वहीं, उन्होंने अमर सिंह पर कहा कि इतिहास तो उनका ऐसा ही है। चोर की दाढ़ी में तिनका है। बेइज्जती उसकी होती है जिसकी होती है जिसकी इज्जत होती है।
उन्होंने कहा कि इज्जत बनाने के लिए एक जीवन चाहिए। सड़क पर पड़ी हुई इज्जत जिन लोगों को मिल जाए वह इज्जत नहीं होती। अखिलेश के 'बाहरी व्यक्ति' के बयान पर कहा कि वह 'बाहरी व्यक्ति' चोर है। आप लोग अमर सिंह को इतना महत्व क्यों दे रहे हो? इस घमासान में पार्टी को नुकसान पर कहा कि पार्टी को कोई नुकसान नहीं है। प्रदेश में सपा की सरकार बन रही है।
मथुरा आये आजम खान ने मायावती और भाजपा पर भी निशाना साधा। मायावती द्वारा मुलायम सिंह को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए वाले बयान पर कहा कि अभी वह दिन नहीं आये कि उनकी मानी जाए। इससे तो अच्छा है कि हाथी की मानी जाए। दलित राजनीति को लेकर अंबेडकर पर दिए बयान पर कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटाये जाने के बाद से शुरू हुई समाजवादी पार्टी की अंदरूनी कलह बुधवार को खुलकर सामने आ गई थी। खुद मुख्यमंत्री ने सफाई दी कि झगड़ा सरकार का है, परिवार का नहीं और घर के बाहर के लोग अगर हस्तक्षेप करेंगे तो पार्टी कैसे चलेगी।
जाहिर सी बात है कि 'घर के बाहर के लोग' से अखिलेश का संकेत शायद हाल ही में सपा में वापसी करने वाले राज्यसभा सांसद अमर सिंह की ओर था। बताया जाता है कि अमर सिंह ने दिल्ली में रात्रिभोज का आयोजन किया था, जिसमें सिंघल शामिल हुए थे। खुद अखिलेश इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे और वह इस बात से संभवत: सिंघल से नाराज थे। हालांकि इस रात्रिभोज में एसपी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव सहित कई वरिष्ठ पार्टी नेता शामिल हुए थे।
एसपी का 'थिंकटैंक' कहे जाने वाले पार्टी राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने भी एक दिन बाद कहा था कि पार्टी से रत्ती भर भी लगाव ना रखने वाले कुछ लोग पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव की सरलता का फायदा उठाते हैं। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा, 'ऐसे लोग, जिनको पार्टी से कोई लगाव नहीं है, वे नेताजी की सरलता का लाभ उठाकर पार्टी का नुकसान करते हैं। वे सपा को गर्त में ले जाना चाहते हैं। एक साहब ने नेताजी की सरलता का लाभ उठाकर (शिवपाल यादव को) पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई का प्रभारी बनवाया था, जबकि एसपी के संविधान में प्रभारी पद का कोई प्रावधान नहीं है।'
यह पूछे जाने पर कि क्या उन साहब का नाम अमर सिंह है, उन्होंने कहा था, 'सारे पार्टी कार्यकर्ताओं की यही धारणा है। वह (अमर) हर बार कहते हैं कि वह मुलायमवादी हैं, समाजवादी नहीं। जब कोई समाजवादी ही नहीं है, तो किस बात का मुलायमवादी।' एसपी का 'थिंकटैंक' कहे जाने वाले रामगोपाल ने कहा था कि ऐसे लोगों को चिहिनत किया जाना चाहिये और नेताजी (मुलायम) को इस पर सोचना चाहिये।