मांगने वाला अच्छा हो तो मुख्यमंत्री पद भी दे दूंगा: अखिलेश यादव

पार्टी में जो लोग जैसा चाहते हैं वो मैं करने को तैयार हूं पर टिकट मांगने का अधिकार मुझे मिले। ये बात यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मांगने वाला अच्छा हो तो मैं मुख्यमंत्री पद भी दे दूंगा।
इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बात फिर दोहराई कि नेताजी की बात सभी लोग मानेंगे। अगर किसी के प्रति किसी को नाराजगी है तो नेताजी से मिलने के बाद दूर हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि परिवार और पार्टी के बीच 'बीच के लोगों' को नहीं आने देंगे। जब अखिलेश से पूछा गया कि इस्तीफा देने के बाद आपके कई अपने और मंत्री शिवपाल के घर के बाहर नारा लगा रहे थे कि शिवपाल संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं और आपके खिलाफ भी नारे लगाए गए इस पर अखिलेश ने जवाब दिया कि कई बार ऐसे लोग भी होते हैं जो नारा लगवा कर पीछे हट जाते हैं तो राजनीति में ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
अखिलेश ने बताया कि जब मेरे सामने ऐसी स्थिति आती है तो मैं हेडफोन पर गाने सुनने लगता हूं। अखिलेश ने कहा कि चार साल तक हमने काम किया। नेताजी का घोषणापत्र पूरा करने में जुटे रहे।
इशारों-इशारों में 'बुआजी' को भी लपेटा
पारिवारिक झगड़े के सवाल पर सीएम अखिलेश ने कहा, 2017 के चुनाव पर झगड़े का नहीं बल्कि विकास का होगा और समाजवादियों की सरकार बनेगी।
रातोंरात पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाने पर क्या अखिलेश यादव को बुरा लगा था? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि मुझे बुरा लगा कि नहीं इसका असर आपने देख ही लिया था।
बता दें कि मुलायम सिंह ने जैसे ही अखिलेश यादव को अध्यक्ष पद से हटाया उसके कुछ ही देर बाद उन्होंने चाचा शिवपाल के सभी प्रमुख विभाग छीन लिए थे।
उम्र कम है इसलिए लिया कड़ा फैसला
अखिलेश ने ये भी कहा कि कभी-कभी सख्त फैसलों के पीछे उम्र का असर भी दिखता है। शायद मेरी उम्र कम है इसलिए मैंने ऐसा फैसला ले लिया क्योंकि साहस तो नौजवानों में ही होता है इसलिए मैंने साहसी फैसला ले लिया। लेकिन नेताजी को खुश करने के लिए जो भी फैसला लेना होगा तो लूंगा।
इसी बीच उन्होंने अपने विकास कार्य भी गिनवाए और कहा कि अगला बजट मैं मेट्रो में बैठकर पेश करने जाऊंगा और उस वक्त चाचा शिवपाल मंत्री और पार्टी अध्यक्ष दोनों के रूप में भी मेरे साथ हो सकते हैं।
अखिलेश ने कहा कि काम के बीच राजनीति आ सकती है लेकिन हमारी वरीयता काम ही रहेगी। सीएम अखिलेश ने उस कहावत का जिक्र किया, जो शिखर पर होता है वह अकेला होगा।