व्यक्ति पद से छोटा बड़ा नहीं बनता है. हमें संगठन की ज़िम्मेदारी मिली है तो उसे अच्छी तरह से निभाएंगे

लखनऊ. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मुलाक़ात के बाद वापस लखनऊ लौटे समाजवादी पार्टी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मनमुटाव पर बात करने के बजाय पार्टी को 2017 में फिर से बहुमत दिलाने के लिए मेहनत करने की बात कही. उन्होंने साफ़ किया कि संगठन पार्टी से बड़ा है और मुलायम सिंह यादव का आदेश सबसे बड़ा है.
शिवपाल सिंह यादव ने अपने विभाग छीने जाने के मुद्दे पर कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह किसे कौन सा मंत्रालय दें. चुनाव करीब है इसलिए इस समय सिर्फ पार्टी को सत्ता में वापस लाने के मुद्दे पर ही मेहनत करने की बात उन्होंने कही. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि विभाग ले लिए जाने का फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि अपने विभागों में वह भरपूर काम कर चुके हैं.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्हें यह नहीं पता है कि मुख्यमंत्री ने किन परिस्थतियों में ऐसा फैसला लिया लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री का फैसला स्वीकार है. उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश का चेहरा भी उन्हें स्वीकार है. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति पद से छोटा बड़ा नहीं बनता है. हमें संगठन की ज़िम्मेदारी मिली है तो उसे अच्छी तरह से निभाएंगे.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि एक-दो दिन में मुख्यमंत्री और मुलायम सिंह यादव की बात हो जायेगी. उसके बाद सब कुछ ठीक हो जायेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी को एकजुट करने की हर संभव कोशिश रहेगी.
शिवपाल सिंह यादव से जब अमर सिंह के मुद्दे पर सवाल पूछा गया कि राम गोपाल यादव, आज़म खां और नरेश अग्रवाल तीनों का कहना है कि सारे फसाद की जड़ अमर सिंह ही हैं. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि पार्टी में सब तरह के लोग होते हैं. सबको साथ लेकर चलना होता है. अपनी बुद्धि का इस्तेमाल भी तो करना चाहिये. अगर सारे लोग एक जैसे हो जाएँ तो सभी अखिलेश न बन जाएँ. सभी मुलायम सिंह न हो जाएँ. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट होने की ज़रुरत है.
शिवपाल सिंह ने कहा कि अब उन्हें विभाग की ज़रुरत नहीं है अब तो फिर से सरकार बनाने के लिए संघर्ष करना है. हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव उन्हें जो भी ज़िम्मेदारी सौंपेंगे वह उसे निभाने को तैयार हैं.