Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में उठाया बलूचिस्तान का मुद्दा

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में उठाया बलूचिस्तान का मुद्दा
X

भारत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में पहली बार बलूचिस्तान का मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान पर वहां मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया। भारत ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की तरह ही पाकिस्तान वहां भी मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 33वें सत्र के दौरान पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए भारत ने कहा कि कश्मीर में हालात बिगड़ने का मुख्य कारण सीमा पार आतंक है, जिसे पाकिस्तान द्वारा लगातार आयातित किया जा रहा है।

जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि अजीत कुमार ने कहा कि पाकिस्तान के करतूतों को कई देश जानते हैं और वे लगातार पाकिस्तान से सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए कह रहे हैं ताकि आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को खत्म किया जा सके।

पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है और उसे अपने यहां से आतंकवाद के जड़ को खत्म करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक, बहुलतावादी समाज के रूप में लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। दूसरी ओर पाकिस्तान में अधिनायकवाद है, लोकतांत्रिक मानदंडों का अभाव है और बलूचिस्तान समेत पूरे देश में बृहत पैमाने पर मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है।

यूएन के बाहर विरोध-प्रदर्शन

यूएन के बाहर प्रदर्शन

बलोचों का पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ दुनियाभर में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। जर्मनी और अमेरिका में विरोध प्रदर्शन के बाद बलोचों ने पाकिस्तान के बढ़ते अत्याचारों और उत्पीड़न के खिलाफ अब यूएन हेडक्वार्टर के बाहर भी अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया।

यूएन मुख्यालय के बाहर मंगलवार को फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट (एफबीएम) द्वारा सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया गया। यूएन हेडक्वार्टर में इसी महीने आम सभा का 71वां अधिवेशन शुरू होने वाला है। बलोचों के समूह ने वहां पर बलूचिस्तान और अमेरिका के झंडे लहराते हुए बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन बंद करो, बलूचिस्तान पर बम गिराना बंद करो और बलूचिस्तान, पाकिस्तान नहीं है की तख्तियां के साथ विरोध-प्रदर्शन किया।

बलोचों ने वहां पर खून से रंगी पांच गुड़ियों को एक सफेद बैनर पर रखकर उस पर बलोच बच्चों को बचाओ भी लिखा। कुछ प्रदर्शनकारियों की सफेद रंग की टी-शर्ट पर काले रंग से लिखा हुआ था कि बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का खौफनाक उल्लंघन। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी बलों पर पिछले कुछ सालों में पांच हजार लोगों को जान से मारने और लगभग बीस हजार लोगों को उठा ले जाने और गायब कर देने का आरोप लगाया।
Next Story
Share it