क्या कहा शिवपाल ने इटावा में

अपने इस्तीफे को लेकर चल रही अटकलों पर शिवपाल यादव ने कहा इस पर फैसला नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से मिलकर लेंगे. उन्होंने कहा वह वही करेंगे जो नेताजी कहेंगे.
हालांकि उन्होंने इतना संकेत जरुर दिया कि अब वे सिर्फ नेताजी से मिलेंगे और फिर संगठन के लिए काम करेंगे.
शिवपाल ने कहा समाजवादी पार्टी और उत्तर प्रदेश की जनता नेता जी के साथ है. उनका फैसला ही अंतिम फैसला होता है. उन्होंने कहा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्हें बड़ी जिम्मेवारी दी गई है. इसके लिए वे पूरी मेहनत करेंगे. शिवपाल ने कहा वे अब संगठन के लिए काम करेंगे और जनता के बीच जाकर समाजवादी पार्टी और सरकार की उपलब्धियों को गिनाएंगे.
प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद महत्वपूर्ण विभाग छीने जाने पर सैफई में एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का अधिकार है वह किसे रखते हैं और किसे हटाते हैं.
हालांकि वे इस मौके पर कई सवाल टालते हुए भी नजर आए. जब उनसे पूछा गया कि क्या चाचा-भतीजे में सब ठीक है तो उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता की कोई मतभेद है. नेताजी पार्टी में बॉस हैं और वे जो भी निर्देश देंगे उसका निर्वहन करूंगा."
गौरतलब है कि पूरे प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वे सिर्फ नेताजी की ही बात करते रहे. उन्होंने अपने इस्तीफे से लेकर अन्य मतभेदों पर बोलने से बचते नजर आए.
उन्होंने कहा नेताजी से मिलने के बाद ही कोई निर्णय लूंगा. "अगर नेताजी दिल्ली में होंगे तो वहां उनसे मिलूंगा. अगर वे लखनऊ में होंगे तो लखनऊ में मिलूंगा."
और क्या कहा शिवपाल ने?
- हमारा कोई मतभेद नहीं है, नेताजी जो चाहेंगे वहीं होगा, पार्टी के लिए काम करता रहूंगा
- जो जिम्मेदार पदों पर हैं, उनको निर्णय लेना होता है, किसी के बहकावे मे आकर निर्णय नहीं लेना चाहिए
- 4 साल में सरकार ने अच्छा काम किया, जो भी नेताजी निर्णय लेंगे हम साथ हैं.
- चुनाव नजदीक है, चुनाव में जाना है, यूपी की जनता सपा और नेताजी के साथ है.
- संगठन में जहां परिवर्तन की जरूरत है, परिवर्तन करूंगा.
- कहीं पर भी किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, अवैध कब्जे के अभियान में कई लोग पकड़े गए.
- दोषियों पर जांच चल रही, कार्रवाई भी हुई, कई कब्जेदार कार्रवाई से डरे, आगे भी कार्रवाई करेंगे.