बिसाहड़ा गांव में नहीं हुई कुर्बानी, सिर्फ नमाज पढ़कर मनाई बकरीद

ग्रेटर नोएडा के बिसाहड़ा गांव में इस साल बकरीद पर नहीं दी गई बकरे की कुर्बानी. इसी गांव में पिछले साल बीफ के शक में अखलाख नाम के शख्स को पीट पीट कर माल डाला गया था.
बिसाहड़ा गांव में आज बकरीद के दिन हर साल से अलग माहौल रहा. पिछले साल हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद इस बार गांव के मुस्लिम परिवारों ने बकरे की कुर्बानी न देने का निर्णय लिया है. लोगों ने नमाज पढ़कर ही बकरीद मनाई. कुर्बानी न देने के पीछे कुछ लोग गरीबीका तर्क दे रहे हैं, तो कुछ दबी जुबान में पिछले साल की घटना को कारण बता रहे हैं.
पिछले साल बकरीद के 3 दिन बाद 28 सितंबर 2015 को अखलाक को बीफ के शक में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. अखलाक के बेटे दानिश को भी बुरी तरह पीटा गया था. गांव के 18 युवक इस मामले में गिरफ्तार किए गए थे, उनमें से 3 नाबलिग आरोपियों को जमानतमिल गई है. वहीं गोकशी के आरोप में मृतक के परिवार के 7 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है.